
चुनावों के एलान से पहले तमाम दलो के नेता गालीगलौच पर उतरे, आम आदमी के मुद्दाें से बनायी दूरी
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी इन दिनों बिहार में पूरी तरह से भाजपा पर हमलावर हैं, उनके चुनावी मुद्दे बने हैं भाजपा की मुसीबत
भाजपा के लिए मुसीबत बने हैं एनडीए के घटक दल, चिराग पासवान के तेवरों ने भाजपा को बुरी तरह डराया, इंडिया गठबंधन में भी कम रार नहीं
नई दिल्ली/पटना। अक्तूबर के पहले पखवाडे़ में बिहार विधानसभा चुनावों का एलान किया जा सकता है, लेकिन चुनाव के एलान से पहले बिहार में चुनावी मारकाट मची है। जो मुद्दे भी नहीं है उनको लेकर तमाम राजनीतिक दल विरोधियों पर हमलावर हैं। बिहार का चुनाव पूरी तरह से गाली गलौच पर उतर आया है। कोई भी गाली-गलौच में किसी से पीछे नहीं। वहीं दूसरी ओर चुनाव को लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों में ही सीटों को लेकर घमासान मची है, लेकिन इंडिया गठबंधन से ज्यादा बुरी दशा एनडीए की है। वहां तो सीएम चेहरे को लेकर ही इस बार नितिश के नाम पर सहमति नहीं दिखाई दे रही है। सूत्रों की मानें तो भाजपा येन केन प्रकारेण कुछ भी कर अपना सीएम बनाने पर उतारू है, लेकिन पत्ते नहीं खोल रही है। माना जा रहा है कि जो कुछ महाराष्ट्र में हुआ कुछ वैसा ही बिहार में भी भाजपा करने जा रही है। लेकिन उससे पहले सीटों के बंटवारें को लेकर मुसीबत बरपा है, सबसे ज्यादा परेशानी चिराग पासवान की डिमांड को लेकर है। दरअसल चिराग पासवान को लेकर आशंकाए भी जतायी जा रही हैं। कमोवेश यही हालात इंडिया को लेकर भी है। वहां लालू की पार्टी कांग्रेस को ज्यादा सीटे देने के मूड में नहीं है। वहीं दूसरी ओर राज्य के कांग्रेस नेता सीएम फेस के लिए तेजस्वी पर एक राय नहीं, हालांकि सूत्रों की मानें तो होगा वही जो राहुल गांधी चाहेंगे और इस हिसाब से तेजस्वी के नाम पर सहमति तय है। लेकिन ये तमाम बातें अभी दूर की कौड़ी हैं। चुनाव का एलान होना हैं सीटों के बंटवारे पर भी मंथन चल रहा है। भाजपा के लिए राहुल नितिश की वोट यात्रा का डेमेज कंट्रोल करना भी मुसीबत का सबब बना हुआ है।