
इंडिगो की उड़ानें ठप्प, एयरपोर्ट पर फंसे लोग परेशान, सरकार के इंतजाम से बेहद सख्त नाराज
नई दिल्ली। इंडिगो की फ्लाइटें नहीं उड़ रही हैं। एयरपोर्ट का नजारा डग्गामार बस स्टैंड सरीखा हैं। लोगों के लगेज तक फंस गए हैं। वो परेशान हाल हैं ओर सरकार खासतौर से नागरिक उड्डयन मंत्रालय का रवैया बेहद बेफ्रिक्राना नजर आता है। एयरपोर्ट पर लोग बुरी तरह से रोते बिखलते देखे जा सकते हैं। लोग पूछ रहे हैं कि मोदी सरकार उनसे किस बात का बदला ले रही है। किस कदर बदइंतजामी है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक पिता अपनी बेटी के लिए सेनेट्री पेड की भीख मांग रहा था। इंतजाम के लिए जिम्मेदार सिस्टम की यह निर्लजता भरी लापरवाही है।
दावा तो हवाई पट्टी की चप्पल वाले को हवाई यात्रा का था
एयरपोर्ट पर फंसे लोग पूछ रहे हैं है कि चुनाव से पहले नरेन्द्र मोदी ने हवाई पट्टी की चप्पल पहनने वालें को हवाई जहाज से सफर का दावा किया था, लेकिन अब क्या हुआ, क्या एयरलाइंस की बदहाली सरकार को नजर नहीं आ रही है। हजारों फ्लाइट बंद होने से देश भर मे एयर ट्रैफिक पर सन्नाटा छाया है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चंडीगढ़ जैसे प्रमुख एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स में देरी और कैंसलेशन का सिलसिला जारी है। यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है, कई लोग एयरपोर्ट पर ही रात गुजारने को मजबूर हैं। लेकिन मोदी सरकार इस पर चुप्पी साधे बैठी है, जैसे कोई समस्या ही नहीं है।
बिखर रहे हैं एयरपोर्ट पर
एयरपोर्ट पर फंसे महिला और बच्चे बिलख रहे हैं। कई परिवारों की छुट्टियां खराब हो गईं, शादियों में शामिल होने वाले लोग फंस गए। एयरलाइंस ने होटल और खाने की व्यवस्था का वादा किया, लेकिन ज्यादातर मामलों में यह खोखला साबित हुआ। हैरानी तो इस बात की है कि यात्री बेहाल हैं और ना तो अफसर और ना ही सरकार की ओर से कोई वैकल्पिक इंतजाम किया जा रहा है।
विपक्ष हमलावर
विपक्षी नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “फ्लाइट्स ठप, जनता परेशान, लेकिन मोदी जी चैन की बांसुरी बजा रहे हैं। क्या एविएशन मिनिस्टर सो रहे हैं?” कांग्रेस ने संसद में सवाल उठाया कि क्यों सरकार ने पहले से कोहरे के लिए तैयारी नहीं की? DGCA की तरफ से सिर्फ सामान्य एडवाइजरी आई, कोई स्पेशल टीम या राहत पैकेज नहीं।