लोकेश सिवाच से की गई थी अभद्रता, टोल अफसरों को गलती का अहसास, वार्ता के बाद अब टोल पर धरना नहीं होगा
मेरठ। भाकियू टिकैत के पदाधिकारियों ने काशी टोल प्रबंधक से वार्ता होने के बाद 8 तारीख को होने वाले कॉल पर धरने को स्थगित किया भाकियू टिकैत के युवा वरिष्ठ मण्डल उपाध्याय लोकेश सिवाच काशी टोल से कही जा रहे थे उनके साथ अभद्रता की इसको लेकर के भाकियू मंडल के पदाधिकारी यो व भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने 8 तारीख को काशी टोल धरने की घोषणा कर दी थी। इससे टोल अफसरों में हड़कंप मच गया। उन्होंने तुरंत ही भाकियू पदाधिकारियों से संपर्क किया। टोल अफसरों ने भाकियू के वेस्ट यूपी संगठन मंत्री राजकुमार चौधरी क्रे मोबाइल को घनघनाना शुरू कर दिया। हालांकि राजकुमार चौधरी ने दो टूक कह दिया की जो संगठन तय करेगा वो होगा। संगठन सबसे पहले है। उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जतायी कि लोकेश सिवाच से अभद्रताकी गयी।
बामुश्किल मनाया जा सका भाकियू नेताओं को
टोल अफसर बामुश्किल भाकियू नेताओं को मना सके। इसको लेकर के बडी मकसद के बाद भाकियू के वरिष्ठ नेताओं उपेंद्र प्रधान भराला व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री राजकुमार चौधरी के हसतक्षेप के बाद आज टोल प्रशासन के साथ वार्ता होने के बाद भाकियू कि मांगे जैसे टोल पर वाहनों के लिये टोल पर हवा पेनचर की व्यवस्था की जाए। टोल प्रबंधक द्वारा मांगों माने के बाद भाकियू ने कल होने वाले 8 तारीख धरने को स्थगित करने का ऐलान किया गया। उसके बाद में टोल प्रशासन ने राहत सांस ली राजीव गुर्जर कैलाश चपराना दीपक घोपला अब्दुल रहमान डॉक्टर संदीप आदि भी मौजूद रहे। राजकुमार चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि भाकियू कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं किया तो कीमत चुकानी होगी।