मेरठ। शहर में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 47 स्थानों पर विजयदशमी कार्यक्रम किये, जिसमें 5300 स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में भाग लिया। 28 सितम्बर से 5 अक्टूबर तक चले 137 कार्यक्रमों में 16000 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। पूर्ण गणवेश में स्वयंसेवकों ने भाग लिया, सर्वप्रथम एकल गीत, गण गीत के पश्चात शस्त्र पूजन किया गय। इन पथ संचलन का पुष्प वर्षा करके स्वागत किया गया।
शास्त्री नगर में मेरठ प्रान्त के प्रचार प्रमुख सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि संघ संस्थापक डा. हेडगेवार ने देश की स्वतंत्रता के लिए सभी प्रकार के क्रांतिकारियों के साथ काम किया। कलकत्ता में डॉक्टरी की पढ़ाई करते समय अनुशीलन समिति की क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लिया तो नागपुर में कांग्रेस के नेतृत्व में स्वतंत्रता के सभी अभियानों में भाग लिया। 1921 और 1930 में जेल भी गए लेकिन आजादी के बाद फिर से गुलाम न हों इसके लिए चिंतन भी किया। इस चिंतन में ही विचार किया कि हिन्दू समाज की कमजोरी ही गुलामी का कारण है और भविष्य में गुलाम न हों इसकी गारंटी है हिन्दू समाज की संगठित शक्ति। हिंदू समाज के सभी मतभेद एवं दोषों को दूर कर समरस, संगठित एवं देश, समाज,संस्कृति के लिए समर्पित कार्यकर्ता निर्माण की पद्धति दी- शाखा। इस शाखा पद्धति से तैयार स्वयंसेवको के परिश्रम और समर्पण से यह संघ आज शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर गया है और विश्व के अनेक देशों में कार्य कर रहा है। सभी कार्यक्रमों में मेरठ प्रान्त में संघ यात्रा की प्रदर्शनी लगाई गयी है,जिसमें संघ के कार्यक्रम,विभिन्न आपदाओं में किये सेवाकार्यों एवं समाज परिवर्तन के लिए चल रही गतिविधियों को दिखाया गया। महानगर में हुए विभिन्न कार्यक्रमो में प्रान्त बौद्धिक प्रमुख कृष्ण कुमार, विभाग संघचालक जतन स्वरुप, सह विभाग संघचालक विनोद भारतीय, विभाग शारीरिक प्रमुख मनोज का भी बौद्धिक रहा
47 स्थानों पर संघ का पथ संचालन
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