स्क्रेप बेचने से फुर्सत मिले तब ना!

kabir Sharma
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CEO का देर से लिया गया सही फेसला, रविन्द्रपुरी प्रकरण के बाद भी सुप्तावस्था, शुद्ध पेयजल मिले तो बने बात

मेरठ। दूषित पेयजल आपूर्ति को लेकर चहूं ओर कैंट बोर्ड की फजीहत कराने के बाद भी आगरा की श्रीराम ऐजेंसी जिसके पास ठेका है वह सुप्तावस्था में ही रही। दरअसल रविन्द्रपूरी पेयजल आपूर्ति प्रकरण के बाद उम्मीद की जा रही थी कि पेयजलापूर्ति की दशा सुधरनेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। आरोप है कि श्रीराम ऐजेंसी के सुपरवाइजर जो सालों से सारा काम देख रहे हैं उनका ध्यान पेयजलापूर्ति से ज्यादा स्क्रेप की बिक्री पर था। पूरे कैंट इलाके से प्रतिदिन कई लाख का स्क्रैप निकलता है। जानकारों की मानें तो इस स्क्रैप की बिक्री से जो रकम मिलती है वो वैसे तो कैंट बोर्ड को मिलनी चाहिए, लेकिन हो सकता है कि ठेका दे दिया है इसलिए स्क्रैप पर संभवत ठेकेदार का ही हक हो। माना जा रहा है कि इसी के चलते ठेकेदार का सुपरवाइजर इस स्क्रैप को ठिकाने लगाने पर ज्यादा तवज्जो देता था

सचिन को हटाया

दूषित जलापूर्ति को लेकर जो फजीहत हुई है बताया गया है कि उसके बाद सीईओ कैंट ने श्रीराम ऐंजेसी आगरा को कड़ी लताड़ लगाई है। कठोर लहजे में चेतावनी भी दी है। इसका साइड इफैक्ट यह हुआ कि मठाधीश बना बैठा सचिन बाहर कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया श्रीराम एजेंसी आगरा को सफ़ाई व्यवस्था एवं पेयजल आपूर्ति में सुधार को लेकर चेतावनी दी गई है बता दें कैंट के सदर क्षेत्रों से लगे पांच वार्डो में सफाई का कार्य उक्त एजेंसी आगरा को दिया गया था और लगभग दस पंपों का ठेका पुर्व से ही ठेके पर चल रहा है, बीते दिनों रविन्द्र पुरी में दर्जन भर लोग उल्टी दस्त के कारण कैंट अस्पताल में भर्ती के बाद कैंट प्रशासन हरकत में आया था। वहीं सफाई व्यवस्था को लेकर क्षेत्र की जनता बराबर कैंट बोर्ड अधिकारीयों से गंदगी व नाले नालियों की सफाई व सड़कों पर कचरे को लेकर शिकायतें की जा रही थी।

बोर्ड को लगाने पड़े सुपरवाइजर

रविन्द्रपुरी पेयजल प्रकरण और उसके बाद पेयजल आपूर्ति जैसी अनियमितता के चलते सीईओ जाकिर हुसैन ने जनता की शिकायतों के निराकरण को लेकर कैंट बोर्ड ने अपने सुपरवाइजर पांचों वार्डो में पुनः डीयूटी पर लगाएं थे।मीडिया द्वारा जनता की आवाज को लगातार प्रमुखता से उठाया जा रहा था जिसके बाद कैंट प्रशासन ने एजेंसी पर सख्ती की गई जिसके चलते एजेंसी ठेकेदार ने अपने मुंशी/सुपरवाइजर सचिन को हटा कर उनके स्थान पर मुकूल को तैनात किया है। हालांकि इस मामले में बातचीत के दौरान सीईओ ने पहले ही बड़े एक्शन की बात कही थी।

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