22-B की सील पर कमांडर सख्त

जीओसी पर भारी बोर्ड की कारगुजारी
Share

22-B की सील पर कमांडर सख्त, कैंट बोर्ड की शनिवार 20 अगस्त को हुई  बैठक में बाउंड्री रोड स्थित बंगला 22-B सील न किए जाने पर कमांडर सख्त नजर आए। वहीं दूसरी ओर सीईओ कैंट इस मामले में कुछ डिफेंसिव दिखाई दिए। 22-B सील का मुद्दा मनोनीत सदस्य डा. सतीश शर्मा ने कैंट बोर्ड अध्यक्ष के समक्ष उठाते हुए कहा कि पिछली बोर्ड बैठक में सील को लेकर किए गए आदेशों का पालन न किया जाना दुर्भाग्य पूर्ण है। हालांकि सीईओ ने सफाई दी कि अभी तक फोर्स नहीं मिला है। कमांडर ने 22-B सील किए जाने की बात दोबारा कही। दूसरा बड़ा आदेश बगैर लाइसेंस चल रहीं शराब की दुकानों को भी सील किए जाने का लिया गया है। बैठक में सबसे बड़ा और संभवत: मेरठ कैंट बोर्ड के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि कमांडर ने मुटेशन के मामलों की जांच बैठा दी गयी हो। मुटेशन के 13 मामले लगे थे, उनकी जांच के लिए डा. सतीश शर्मा की अध्यक्षता में कमेटी बना दी गयी है। बैठक में सबसे बड़ा आदेश रैपिड प्रोजेक्ट से उजाड़े गए व्यापारियों के पुनर्वास को लेकर दिया गया। जिनसे पहले चार-चार लाख की अनाधिकृत डिमांड थी, लालकुर्ती गड्ढा मार्केट के वो दुकानदार अब सिर्फ एक-एक लाख रुपए कैंट बोर्ड में जमा कराकर आबूलेन पर होटल अमृत के पीछे मंगल पांडे़ बाजार में फड़ ले सकते हैं, वहीं दूसरी ओर जिनकी वहां दुकान थी, उन्हें दो लाख रुपए जमा कराने होंगे। उन्हें भी जगह मिल जाएगी। गड्ढा मार्केट के दुकानदारों को लेकर खाईबाड़ी की कोशिशों पर बोर्ड बैठक में कमांडर ने बैरियर डाल दिया। सबसे बड़ा आदेश बैठक का नैय्यर एंड संस के पास चार खोखों के लिए जो नाला मिट्टी डालकर बंद कर दिए जाने की बात कही जा रही है, उसको लेकर कमांडर ने सीईओ को आदेश देते हुए नाला खुलवाने को कहा हैं। इसके अलावा मेरठ छावनी क्षेत्र में डोर टू डोर कूडा कलेक्शन का काम अब ठेकेदार के माध्यम से नहीं कराया जाएगा व कैंट बोर्ड खुद यह काम करेगा।

@Back Home

 


Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *