Six years spent in FIR
जिंदा है या मार दी गई आशा नेगी, एसएसपी ने बनायी तलाश के लिए दो टीमें, आरोपी कोतवाल सप्पेंड
मेरठ। युवती आशा नेगी की गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज करने में पुलिस ने छह साल लगा दिए। छह साल बाद भी मुकदमा तब दर्ज किया गया जब एसएसपी कार्यालय पर अखिल भारतीय हिन्दू सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन ने प्रदर्शन किया। एसएसपी ने उन्होंने बात की। इस मामले में असली कसूरवार सिविल लाइन थाना के तत्कालीन कोतवाल अब्दुल रहमान सिद्दीकी हैं, जो वर्तमान में गाजियाबाद क्राइम ब्रांच में तैनात हैं, इस मामले में उनकी कारगुजारी सामने आने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। यह कार्रवाई मेरठ में एसएसपी रहे जे रविन्द्र गौण जो वर्तमान में गाजियाद में पुलिस कमिशन के पद में तैनात हैं, उन्होंने की है। हिन्दू संगठन के नेता सचिन सिरोही ने बताया कि इस पूरे मामले में उन्होंने अब्दुल रहमान सिद्दीकी व उसके रिश्तेदारों की संपत्ति की जांच की मांग की है।