कोर्ट में शरद ने खुद को बताया रंजीत जैन , राम रस्तौगी के स्थान पर पेश किया श्याम रस्तौगी को
मेरठ। ऋषभ एकाडेमी बनाम रंजीत जैन व दिनेश जैन आदि के विरूद्ध एसीजेएम (स्पेशल ) की कोर्ट को गुरूवार को गुमराह करने का प्रयास किया गया।दरअसल रंजीत जैन और उनके अधिवक्ता राम रस्तौगी के स्थान पर शरद जैन और राम रस्तौगी के स्थान कोई श्याम रस्तौगी कोर्ट में हाजिर हो गए। जिस वक्त यह सारा घटक्रम हुआ उस वक्त कोर्ट में ऋषभ एकाडेमी के सचिव डा. संजय जैन की ओर से मामले की पैरवी कर रहे अधिवक्ता सिद्धार्थ जैन मौजूद थे। जब उन्होंने देखा कि शरद जैन खुद रंजीत जैन बनकर कोर्ट में मौजूद है तो हैरानी हुई। राम रस्तौगी के स्थान पर अधिवक्त श्याम रस्तौगी पहुंचे हैं। डा. संजय जैन ने बताया कि इसकी जानकारी होने पर अधिवक्ता सिद्धार्थ ने न्यायाधीश के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज की। मामला कोर्ट को गुमराह करने का था तो तत्काल कोर्ट ने इसका संज्ञान ले लिया। शरद से उनकी पहचान पूछी गयी तो उन्होंने अपना नाम शरद जैन बताया, कोर्ट ने और भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कोर्ट में क्या कर रहे हैं, इतना ही नहीं तुरंत कोर्ट से बाहर जाने के आदेश कर दिए। ऐसा ही कुछ अधिवक्ता श्याम रस्तौगी को लेकर भी किया। एडवोकेट सिद्धार्थ जैन ने अदालत को यह भी अवगत कराया कि फाइल में राम रस्तौगी का वकालत नामा लगा हुआ है। एडीजे स्पेशल कोर्ट को गुमराह करने का यह बेहद गंभीर मामला गुरूवार को हुआ। जिसके बाद अधिक्ता सिद्धार्थ जैन ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का आग्रह करते हुए एक प्रार्थना पत्र अदालत को दिया। माना जा रहा है कि गुमराह किए जाने के आरोप या कहे प्रयास में इसको लेकर कोर्ट की ओर से ही शरद जैन के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है। डा. संजय जैन ने बताया कि यह बेहद गंभीर श्रेणी का अपराध है। अदालत को गुमराह करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। इस मामले में वह चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि रंजीत जैन तो इन दिनों बाहार गया हुआ है। वो तो मेरठ में मौजूद ही नहीं है। इससे साफ है कि शरद का रंजीत बनकर कोर्ट में खुद को पेश करना किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है। जिसको बेनकाब किय जाना बेहद जरूरी है। डा. संजय जैन ने बताया कि ये लोग रंजीत के साथी हैं और जैन समाज की संपत्तियाें खुर्दबुर्द करने पर तुले हैं। वो कानून की मदद से सदर जैन समाज की संपत्तियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए शरद जैन व अनिल बंटी सरीखे उन्हें व उनके परिवार को लगातार धमकियां दे रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में शरद जैन व बंटी जैन के खिलाफ थाना सदर बाजार पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया है।