माननीयों के इंतजार में पथरा गई आंखें, उनको तलाशती रही आंखें जो देते थे भरोसा, पारी बोले आते भी तो किस मुंह से आते
मेरठ। सुप्रीमकोर्ट के आदेशों के चलते आवास विकास परिषद की कार्रवाई में शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट के जो बाइस व्यापारी सड़क पर आ गए उन्हें रविवार को दूसरे दिन भी माननीयों का इंतजार रहा। इन व्यापारियों को उम्मीद थी कि उनका दुख और बिलाप सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जरूर ही माननीय उनकी सुध लेने को आएंगे। व्यापारियों ने बताया कि वो चाहते भी थे कि इस दुख की घड़ी में माननीय उनका संबल बने। वो दिन भर उनके आने का इंतजार भी करते रहे। उन्होंने बताया कि कार्रवाई के दौरान जब बिल्डिंग जमीदोज की गयी तो उन्हें उस वक्त भी उम्मीद थी कि इस महान दुख की घड़ी में वो जरूर आएंगे जो अक्सर अचानक आ जाते थे।
बगैर बुलाए भी आते थे
कई बार तो बिन बुलाए ही आ जाते थे। अक्सर ऐसा भी होता था कि सेंट्रल मार्केट से गुजर रहे होते थे, तो इस बिल्डिंग पर गाड़ी रोक कर व्यापारियों ने मिलते थे। नाम ना छापे जाने की शर्त पर व्यापारियों ने बताया कि जिस वक्त यह मुद्दा चल रहा था, उस वक्त इन्हीं माननीयों ने उनसे कहा था कि सीएम से बात हो गयी है। कुछ नहीं होगा, कोई ध्वस्तीकरण नहीं होगा। लेकिन ध्वस्तीकरण भी हुआ और ऐसा दावा करने वाले आए भी नहीं। व्यापारियों ने उलहाना दिया कि आते भी तो किस मुंह से आते। क्या कहने के लिए आते यही कि हम कुछ कर नहीं सके बुलडोजर के आगे बेबस हो गए.. इतना कहते हुए ये व्यापारी रूआंसे हो गए…