

कार्रवाई के दौरान बना ली थी भाजपा नेताओं ने दूरी, व्यापारियों का फूटा गुस्सा और लगाया अनदेखी का आरोप, तब याद आयी मदद की बात
मेरठ। सेंट्रल मार्केट प्रकरण में फहीजत कराने के बाद अब भाजपाइयों को बाइस बर्बाद हो चुके व्यापारियों की याद आयी है। दरअसल पहले सत्यम रस्तौगी प्रकरण और अब सेंट्रल मार्केट प्रकरण ये दोनों ही प्रकरण व्यापारियों से जुडे हैं और भाजपा को यह भी पता है कि व्यापारी उनका कोर वोटर है। इसी के चलते अब व्यापारी भूल सुधार पर उतर आए हैं। व्यापारियों के खैरखाव साबित करने की होड़ भाजपाइयों में लग गयी है। इन दो प्रकरणों के बाद मेरठ के व्यापारियों के रडार पर एकाएक भाजपा के नेता आ गए। सेंट्रल मार्केट प्रकरण ने आग में घी डालने का काम किया। व्यापारियों की नाराजगी उनसे ज्यादा है जो कहते थे कि कुछ नहीं होगा।
सांसद का सीएम योगी से मदद का आग्रह
सांसद अरुण गोविल ने सीएम योगी से सेंट्रल मार्केट के उजाड़े गए बाइस व्यापारियों की मदद का आग्रह किया है। सीएम भेजे गए एक पत्र में सांसद अरुण गोविल ने पूरे घटनाक्रम से अवगत कराते हुए मांग की कि ये सभी व्यापारी पिछले 35 सालों से वहां कारोबार कर रहे थे। कोर्ट के आदेश पर उक्त कांप्लैक्स ध्वस्त कनर दिए जाने के बाद ये सभी व्यापारी अब सड़क पर आ गए हैं। सांसद ने कहा कि इनके पास अब रोटी रोजगार का कोई दूसरा जरिया नहीं है। इन्होंने अथक परिश्रम कर अपना व्यापार वहां जमाया था। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के साथ ही इनका व्यापार भी खत्म हो गया है। इनकी स्थिति बेहद दयनीय है।
महापौर बोले निगम में लाएंगे मदद का प्रस्ताव
महापौर हरिकांत अहलूवालिया सेंट्रल मार्केट के 22 व्यापारियों के पुनर्वास के लिए नगर निगम बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके स्तर से जितनी भी मदद संभव हो सकेगी करायी जाएगी। इन व्यापारियों को उनके हाल पर नहीं छोड़ा जा सकता। ये भी समाज के अंग है। उन्होंने कहा कि आधुनिक बिजनेस कॉम्प्लेक्स में 22 व्यापारियों को प्राथमिकता के आधार दुकानें उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने जानकारी दी कि इस संबंध में उन्होंने लखनऊ में मौजूद अफसरों से भी बात की है। साथ ही यह भी कहा कि यदि जरूरत हुई तो वह सीएम योगी से भी इनकी मदद के लिए मुलाकात करेंगे।
शारदा का मदद का एलान
भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विनीत अग्रवाल शारदा तो शास्त्रीनगर में जहां यह कार्रवाई की गई है उससे चंद कदम की दूरी पर रहते हैं, लेकिन जब ध्वस्तीकरण किया जा रहा था और व्यापारी मदद के लिए डकरा रहे थे उस वक्त वह भी नहीं पहुंचे। वो तब पहुंची जब बिल्डिंग जमीदोज कर दी गयी। हालांकि पहुंचकर मदद का एलान किया।
अतुल प्रधान भी पहुंचे
सपा के विधायक अतुल प्रधान धरना दे रहे व्यापारियों के बीच पहुंचे। उन्होंने इस दौरान व्यापारियों को याद दिलाया कि जब पिछली बार कार्रवाई की जा रही थी तो तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने उस कार्रवाई को रूकवा दिया था। लेकिन इस बार अखिलेश नहीं थे।