नवीन अरोरा समेत 13 पर मुकदमा, बहुचर्चित होटल हारमनी प्रकरण में आखिरकार ताराचंद पुरी के हिस्से में पहली राहत भरी जीत आ चुकी है। नवीन अरोरा समेत 13 के खिलाफ थाना सिविल लाइन पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि जानकारों का कहना है कि ताराचंद पुरी के हिस्से में अभी लंबी लडाई बाकि है। वहीं भाजपा में चर्चा है कि लड़ाई कठिन और वक्त कम है, यदि किसी अंजाम तक इस लडाई को पहुंचाना है तो फिर नीति बदली होगी, फैसले तेजी से कराने होंगे।
मेरठ के गढ़ रोड स्थित होटल हारमनी प्रकरण में भाजपा नेता नवीन आरोपा समेत 13 लोगों के खिलाफ थाना सिविल लाइन पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस की इस कार्रवाई से नामजदों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं दूसरी ओर करीबियों का कहना है कि इस मुकदमे को दर्ज कराने में ताराचंद पुरी को बहुत पापड़ बेलने पडे़। ताराचंद पुरी की जिस तहरीर के आधार पर नवीन अरोरा व अन्य के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है उसमें अभियुक्तों पर तमाम गंभीर व हैरान करने वाले आरोप लगाए गए हैं।
ये किए गए हैं नामजद
एसीजेएम पंचत की कोर्ट के आदेश पर जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है उनमें आदिल अहमद खान पुत्र शमशाद खान, शिखर पराशर पुत्र प्रमोद पराशर, नवीन अरोरा पुत्र सीताराम अरोरा, परविन्द्र त्यागी उर्फ बबलू, नितिन अरोरा पुत्र रमेश अरोरा, प्रवीन अरोरा, प्रवीन सरीन, मयंक सिंघलानी, गौरव अरोरा, अनिल जग्गी,अमित जग्गी, राकेश जुनेजा व रमेश अरोरा शामिल हैं।
ये हैं आरोप
ताराचंद पुरी ने जो तहरीर दी है उसमें लगाए गए आरोपी की लंबी फेहरिस्त है, लेकिन इन आरोपोें में सबसे ज्यादा गंभीर आरोप ताराचंद पुरी ने उक्त नामजदों पर अपने पुत्र हिमांशु पुरी के साथ किए गए खुद को हिमांशु पुरी का दोस्त बताने वालों पर लगाए हैं। तहरीर में कहा गया है कि हिमांशु पुरी के सहपाठी शिखर पराशर का अचानक उसके बेटे के रेस्टोरेंट में आना जाना बढ़ गया, जिसकी वजह से आदिल खान, शिखर पराशर व अमित चांदना की गहरी मित्रता हो गयी। उसी दौरान अचानक हिमांशु पुरी की दादी सुरेन्द्र पुरी की तबियत खराब रहने लगी। जिसकी वजह से हिमांशु ने रेस्टोरेंट की सारी जिम्मेदारी अपने दोस्त शिखर व अमित चांदना व बार की जिम्मेदारी आदिल खान पर छोड़ दी। उन्होंने आरोप लगाया कि इन लोगों ने अपने अन्य साथियों जिनमें नवीन अरोरा,परविन्दर त्यागी, नितिन अरोरा, प्रवीन अरोरा, प्रवीन सरीन, मयंक सिंघलानी, गौरव आरोरा, अनिल जग्गी, अमित जग्गी, रजत अरोरा आदि ने मिलकर वहां कब्जा कर लिया। पिस्टल समेत तीन लाइसेंसी हथियार जो आज भी उनके नाम हैं, एक बीएमडब्लू कार व करोड़ों कीमत का सामान नौकरों को बंधक बनाकर लूट लिया। सिविल लाइन पुलिस का कहना है कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है।