अब तक दर्जन से ज्यादा की मौत, दस नवंबर को धीमे चल रही कार में हुआ था ब्लास्ट, जबरदस्त धमाके के बाद दशहत में एनसीआर व दिल्ली
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। शुरुआती जांच में इसे आतंकी हमला मानते हुए केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक घायल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “घिनौना आतंकी कृत्य” बताते हुए दोषियों को सजा देने का वादा किया है।
डॉक्टर्स, क्लर्क्स और उलेमाओं का ग्रुप
ब्लॉस्क को लेकर अब तक ऐजेंसियां 12+ (J&K, हरियाणा, UP, दिल्ली से)। जांच 19 अक्टूबर से चल रही थी, जिसमें 2,921 किलो विस्फोटक, RDX, असॉल्ट राइफल्स और टाइमर बरामद हुए। इसके इतर मुख्य संदिग्धों में डॉ. उमर मोहम्मद (या उमर नबी): पुलवामा (J&K) का डॉक्टर, कार का कथित चालक। फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। फॉरेंसिक रिपोर्ट से पुष्टि कि वह ब्लास्ट में मारा गया। बकौल जांच ऐजेंसी डॉ. शाहीं सईद (40, महिला): लखनऊ की डॉक्टर, 11 नवंबर को गिरफ्तार। फरीदाबाद में विस्फोटक छिपाने का आरोप। वह “डॉक्टर्स के बीच ब्रिज” थी। डॉ. आदिल अहमद: कulgam (J&K) का, 5 नवंबर को सहारनपुर (UP) से पकड़ा। 31 अक्टूबर को श्रीनगर से दिल्ली फ्लाइट ली। डॉ. अदील (तीसरा डॉक्टर): वानपोरा (J&K) का, अल-फलाह हॉस्पिटल से जुड़ा। अन्य में आमिर, मुजम्मिल, सलमान (कार बेचने वाला), और 7-8 अन्य (क्लर्क्स, डॉक्टर्स)। कानपुर से 9 संदिग्ध डिटेन।