पुलिस के सामने टकराव-मोरना में जातीय तनाव, मेरठ। भावनपुर थाना के गांव मोरना में महाराज मिहर सेना की प्रतिमा को पट तोड़ दिए जाने को लेकर वहां जातीय तनाव के आसार नजर आने लगे। हालात इतने ज्यादा गंभीर हो गए कि पुलिस के सामने ही दोनों पक्ष एक दूसरे को मरने मारने पर उतर आए। जमकर बहस व हंगामा हुआ। मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने किस प्रकार मशक्कत कर माहौल को संभाला। केवल संभाला नही बल्कि गांव के समझदार लोगों की मदद से मौके पर ही समझौता भी कर दिया। हालांकि जातीय तनाव की आशंका के चलते भावनपुर पुलिस हालात पर नजर रखे हुए हैं।
प्रतिमा का पट तोड़ा
भावनपुर थाना के गांव मेारना में रविवार को गांव के बाहर लगी महाराजा मिहिर सेना की प्रतिमा स्थल पर एक शिला पलट लगा था। आरोप है कि अमन के दुश्मन कुछ युवकों ने इस शीला पट को तोड़ दिया। गांव के बालेराम ने मौके पर पहुंची पुलिस को बताया की गांव में रहने वाले दलित युवकों ने यह शीला पट तोड़ा है। गुर्जर समुदाय से बालकिशन ने गांव में पहुंचे पुलिस वालों को बताया कि गांव में रहने वाले दलित बस्ती से आए कुछ युवकों ने शीला पट तोड़ा है। इसके बाद वहां मौके पर मौजूद गुजर व दलित युवकों के बीच कहासुनी शुरू हो गयी। इस दौरान भावनपुर पुलिस का स्टाफ भी मौजूद था। लेकिन मरने मारने पर उतारू युवकों इस बात से लापरवाह बने रहे कि पुलिस भी वहां खड़ी है। दोनों ही एक दूसरे से भिड़ने पर अमादा था। यह देखकर पुलिस वालों के भी हाथ पांव फूल गए। उन्होंने दोनाें ही पक्षों के बुर्जुगों की मदद से किसी प्रकार मामले को शांत कराया।
दोनों पक्षों को बैठाया
मामला जातीय तनाव का बनता देखकर पुलिस ने संयम से काम लिया। गांव के कुछ पुलिस हमदर्द लोगों की मदद से दोनों पक्षों को आमने सामने बैठाया। वहां अघोषित पंचायत कर डाली और समझौता करा दिया। दोनों पक्षों ने समझौते को लेकर सहमित जतायी है। एसओ भावनपुर का कहना है कि गलत फैमी की वजह से दो पक्षों में कहा सुनी हो गयी थी। जातीय टकराव जैसी कोई बात नहीं है। अब तो मामला वैसे भी समाप्त हो गया है। हालांकेि हालात परनजर रखे हुए हैं।