झंड़ा दिवस पर कार्यक्रम, सेना के कई सीनियर अफसर रहे मौजूद, कैप्टन राकेश शुक्ला ने लगाया विधायक को झंड़ा
मेरठ। झंड़ा दिवस के अवसर पर मेरठ कैंट विधानसभा के शिवाजी रोड स्थित जिला सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास कार्यालय में कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर वीर सैनिकों का सम्मान किया एवं जिला सैनिक कल्याण बोर्ड मेरठ के अधिकारी कैप्टन श्री राकेश शुक्ला ने झंडा/बैच लगा कर स्वागत सम्मान किया। इस मौके पर अमित अग्रवाल ने कहा कि पूरा देश अपनी सेना पर गर्व करता है। हमारी सीमाएं देश की सेना के हवाले हैं। देश को अपनी सेना पर पूरा विश्वास है।
ये भी रहे मौजूद
कार्यक्रम में जिलाधिकारी डॉ. वी.के. सिंह, एडीएम सिटी बृजेश कुमार सिंह तथा एडीएम वित्त सूर्यकांत त्रिपाठी द्वारा ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर राजेन्द्र अग्रवाल पूर्व सांसद, अमित अग्रवाल, विधायक ने विशेष रूप से उपस्थिति दर्ज कराई। दोनों जनप्रतिनिधियों द्वारा ध्वज दिवस में योगदान किया गया तथा नागरिकों और पूर्व सैनिक समुदाय को उत्साह, प्रेरणा और सैनिक सम्मान की भावना से ओत-प्रोत संदेश दिया गया।
फौजी अफसर भी रहे मौजूद
कार्यक्रम में मेजर जनरल सुमित राणा, जीओसी सब एरिया तथा ब्रिगेडियर निखिल देशपांडे का निरंतर सहयोग और मार्गदर्शन विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा। भारतीय सेना का औपचारिक प्रतिनिधित्व कर्नल राठौर (आरवीसी) द्वारा किया गया। प्रमुख उद्योगपति एवं समाजसेवी श्री अश्विनी गुप्ता ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और पूर्व सैनिक समुदाय के प्रति अपने निरंतर सहयोग की प्रतिबद्धता दोहराई। पूर्व सैनिक समुदाय से अहलकार सिंह नगर, सुभाष चन्द्र नगर, हॉन कैप्टन रामपाल, त्रिलोक सिरोही, हॉन नायक सुबेदार कर्तार सिंह सहित अनेक पूर्व सैनिकों ने सेना, नौसेना और वायुसेना की प्रतिनिधि उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम का समन्वय जिला सैनिक बोर्ड के समर्पित स्टाफ—जिनमें अधिकांश वीर नारियाँ हैं—द्वारा अत्यंत उत्कृष्ट रूप से किया गया। यह लगातार पाँचवें वर्ष कैप्टन (IN) राकेश शुक्ला और उनकी टीम द्वारा सुव्यवस्थित व सफल आयोजन रहा, जिसने मेरठ को ध्वज दिवस योगदान में प्रदेश के अग्रणी जिलों में बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अंत में कैप्टन (IN) राकेश शुक्ला ने मेरठ के नागरिकों, सभी अतिथियों, जनप्रतिनिधियों और पूर्व सैनिक समुदाय का हार्दिक आभार व्यक्त किया तथा सैनिकों के प्रति शहर की अटूट भावनाओं को सलाम किया।