20 को निगम कार्यकारिणी चुनाव!

kabir Sharma
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महापौर के करीबी पार्षदों से दिए संकेत, हंगामे के बाद रोकी थी चुनाव प्रक्रिया, संजय सैनी फिर उतरेंगे मैदान में

मेरठ। नगर निगम कार्यकारिणी का चुनाव बीस दिसंबर को कराए जा सकते हैं। महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने ऐसे संकेत दिए हैं। उन्होंने बताया कि सभी से बात की जा रही है। उम्मीद है कि बीस दिसंबर को चुनाव कराए जा सकते हैं। यह चुनाव पहले 4 दिसंबर को होने थे, लेकिन बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस के चलते यह चुनाव टाल दिए गए। याद रहे कि पिछली बार पार्षद संजय सैनी ने कार्यकारिणी चुनाव में भाजपाइयों के मंसूबों पर पानी फेर दिया था। हालांकि जो कुछ हुआ उसकी कीमत चुनाव अधिकारी को चुकानी पड़ी। उनके साथ परले दर्ज की अभद्रता की गई। दरअसल हुआ यह है कि संजय सैनी ने पार्टी के तमाम पदाधिकारियों ने अनुमति लेने के बाद ही कार्यकारिणी के चुनाव में उतरने का एलान किया था। लेकिन जब प्रत्याशियों के नामों के एलान की बात आयी तो भाजपा नेताओं ने संजय सैनी से चुनाव से हटने को कहा, संजय सैनी तब तक चुनावी गोटियां फिट कर चुके थे। चुनाव जीतने के लिए जितनी वोटों की जरूरत थी उसका इंतजाम भी कर लिया गया बताया जाता है। उनके इंकार के कार्यकारिणी में वर्चस्व के भाजपाई प्लान पर पानी फिर गया। उसके बाद जमकर हंगामा हुआ और चुनाव निरस्त कर दिया गया। साथ ही संजय जैन को भाजपा से निष्कासित भी कर दिया गया।

हंगामे की आशंका से इंकार नहीं

निगम कार्यकारिणी के चुनाव यदि २० दिसंबर को होते हैं तो उनमें हंगामे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। संजय सैनी ने धारा न्यूज को बताया कि २० दिसंबर को चुनाव हो सकते हैं। वह इस बार भी चुनाव में उतरने को पूरी तरह से तैयार हैं। केवल चुनाव में उतरेंगे ही नहीं बल्कि चुनाव भी जीतेंगे। इस बीच सूत्रों ने जानकारी दी है कि निगम के करीब दो दर्जन ऐसे पार्षद हैं जो पार्टी व्हिप की परवाह किए बगैर अपने मर्जी का कार्यकारिणी सदस्य चुनने पर अमादा हैं। यदि वाकई ऐसा हुआ तो भाजपा के लिए यह किसी झटके से कम नहीं होगा।

इस वजह से हुआ था हंगामा

नगर निगम की कार्यकारिणी का चुनाव सोमवार को हंगामे और आरोपों की भेंट चढ़ गया था। चुनाव में बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उतरे वार्ड-50 के पार्षद संजय सैनी ने 12 मत पाकर जीत हासिल की और भाजपा प्रत्याशी सतपाल एक वोट से हार गए। बागी पार्षद की जीत और चार मतपत्र के निरस्त होने के बाद भाजपाइयों ने चुनाव प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगा जमकर हंगामा किया। हंगामे को देखते हुए चुनाव अधिकारी ने चुनाव प्रक्रिया को तत्काल स्थगित कर दिया। । 

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