
जबदस्त हमलों में काफी नुकसान, मुस्लिम देशों ने नाराजगी, ट्रंप की दो टूक जारी रहेंगे हमले
नई दिल्ली/वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ISIS के नाम पर सीरिया को कब्रिस्तान बनाने पर अमादा हैं। इस बात से सबसे ज्यादा नाराज ईरान नजर आता है। बताया गया है कि अपने मित्र इजराइल को कवर देने के लिए US FORCE से ट्रंप यह सब करा रहे हैं। सीरिया पर भारी हवाई हमलों से मुस्लिम मुल्कों में तनाव है। हालांकि ट्रंप प्रशासन के अफसरों का कहना है कि US FORCE केवल जवाब कार्रवाई कर रही है। पाल्मायरा में जो कुछ उसकी प्रतिक्रिया भर है। राष्ट्रपति ट्रंप ने भी साफ कर दिया है कि हमले जारी रहेंगे।
तीन अमेरिकन की मौत
हाल के दिनों में सीरिया के पाल्मायरा में ISIS के हमले में तीन अमेरिकी नागरिकों की मौत के बाद अमेरिका ने बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई की है। अमेरिकी सेना ने दर्जनों ISIS ठिकानों पर हमले किए, जिसमें लड़ाकू विमान, हेलिकॉप्टर और तोपखाने का इस्तेमाल हुआ। दावा किय जारहा है कि
मुस्लिम देशों ने माना अमेरिका को खतरा
मुस्लिम देशों में इस खतरे से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की मांग उठ रही है, जबकि कई देशों में ISIS से प्रेरित हमलों की आशंका बनी हुई है। वहीं दूसरी ओर ट्रंप के अफसरों का कहना है कि ISIS ने वैश्विक स्तर पर 1,100 से ज्यादा हमले किए हैं, हालांकि ये 2019 के मुकाबले कम हैं, लेकिन संगठन अभी भी सक्रिय है। सीरिया और इराक में ISIS का प्रभाव कम हुआ है, लेकिन अफगानिस्तान स्थित ISIS-खोरासान (IS-K) और अन्य सहयोगी समूह यूरोप, एशिया और अफ्रीका में खतरा बने हुए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सीरिया में असद शासन के पतन के बाद पैदा हुआ शून्य ISIS के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।