बहुत कठिन है डगर शंकर की

बहुत कठिन है डगर शंकर की
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बहुत कठिन है डगर शंकर की,  22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है, भारी भरकम कांवड़ कंधों पर उठाकर चलने वाले कांवड़ियों के लिए इस यात्रा को उधड़ी सड़क या फिर सड़कों के गडढ़ों ने दुरूह बना कर रख दिया है। रही सही कसर सड़कों पर भरने वाले बारिश के पानी ने पूरी कर दी है। बारिश के बाद तो कांवड़ यात्रा और भी कठिन हो जाती है, इसलिए कहा गया है कि बहुत कठिन है डगर शंकर की।

मेरठ में कांवड़ यात्रा इन दिनों पीक पर है।

कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो चुकी हे। मेरठ से लखनऊ तक पूरा सिस्टम अलर्ट पर है। उच्च अधिकारियों की प्राथमिकता है कि शिवभक्तों की यात्रा सुगम हो और माहौल सुरक्षित मिले। जाहिर है कांवड़ मार्ग दुरुस्त होंगे तो कांवड़ियों की यात्रा भी सुगम होगी। इसलिए जरूरी है कि सबसे पहले कांवड़ मार्गों की बदहाली दूर की जाए। लेकिन, संबंधित विभाग इसे लेकर जरा भी गंभीर नहीं है। इससे बड़ी लापरवाह और क्या होगी कि अभी तक कांवड़ मार्गों के गड्ढे भी आधे अधूरे भरे गए हैं। कुछ जगह तो ऐसी हैं जहां पेंच वर्क इतना खराब है कि आधा गड्ढा भरा और आधा छोड़ दिया। इस मामले में नहर पटरी कांवड़ की हात भी बहुत अच्छी नहीं है। काली पलटन बाबा औघडनाथ मंदिर की यदि बात की जाए तो इस संवाददाता ने प्रमुखता से मामला उठाया था। उसके बाद खुद डीएम ने वहां का दौरा किया था। दौरे के बाद वेस्ट एंड रोड से काली पलटन मंदिर मार्ग तक सड़क की सीमेंट से मरम्मत की गयी, लेकिन घटिया निर्माण सामग्री के चलते जो सीमेंट लगाया था वो भी उधड़ गया। रोड़ी सड़क पर दूर तक फैली हैं। इन रोड़ियों से होकर भारी कांवड़ कंधाें पर उठाए कांवड़िया जब गुरेंगे तो क्या हश्र होगा।

बारिश का पानी बना मुसीबत

कांवड़ यात्रा के दौरान सबसे ज्यादा मुसीबत सड़कों की साइड में भरा बारिश का पानी बना हुआ है। शहर के कोई एक रोड ऐसी नहीं जहां साइड में बारिश का पानी ना भरा हो। कांवड़ यात्री शहर में वाया रूड़की रोड से प्रवेश करते हैं। यहां कई स्थानों पर बारिश का पानी भर है। कुछ स्थानों पर सड़क में गड्ढ होकर रोडी फैल गयी हैं। सबसे बुरा हाल हापुड़ स्टैंड चौराहा और हापुड़ रोड का है। नगर निगम कार्यकारिणी के पूर्व पार्षद अब्दुल गफ्फार लगातार इसको लेकर आवाज उठा रहे हैं। वो तमाम अधिकारियों से हापुड़ रोड तिरंगा गेट व आसपास गंदगी व बारिश के पानी को लेकर शिकायत कर चुके हैं। अब्दुल गफ्फार ने ही सबसे पहले यह कहा था कि बहुत कठिन है डगर शंकर की। लेकिन हालात फिर भी नहीं सुधरते नजर आ रहे।

मुख्य सचिव व डीजीपी की हिदायत सिर माथे

मेरठ में छह जुलाई को कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा को बुलायी गयी बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सड़कों की मरम्मत, कांवड़ यात्रा मार्ग पर सफाई की समुचित व्यवस्था पर जोर दिया था। निगम प्रशासन मुख्य सचिव के आदेशों को कितना गंभीर है, इसका अंदजा हापुड़ रोड तिरंगा गेट के आसपास फैली गंदगी व रोड़ साइड में भरा बारिश के पानी को देखकर लगाया जा सकता है।

कांवड़ मार्गों की मरम्मत को लेकर संबंधित विभागों ने खूब दावे किए। लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में बताया गया कि मंडल के जनपदों में 76 मार्गों को मुख्य कांवड़ मार्गों में शामिल किया है। इन मार्गों की कुल लंबाई 1,068 किमी है। अभी तक 992 किमी लंबी सड़कों की मरम्मत का दावा किया है। साथ ही 15 जुलाई तक सभी कांवड़ मार्गों की मरम्मत कार्य पूर्ण करने के लिए अंतिम तिथि घोषित की गई है। इसके अलावा नगर निगम ने भी अपने दावे प्रस्तुत किए। लेकिन विभागों द्वारा किए गए कागजी दावों की पोल टूटी सड़कें और गहरे गड्ढे खोल रहे हैं।

मरम्मत की राह देख रही गंगनहर कांवड़ पटरी

सरधना क्षेत्र में चौधरी चरण सिंह कांवड़ गंगनहर पटरी से अधिक संख्या में कांवड़िए अपनी यात्रा पूरी करते हैं। शासन ने भी अधिकारियों को स्पष्ट किया हुआ कि जिस मार्ग से कांवड़िए गुजरेंगे, वहां पैचवर्क गुणवत्ता के साथ कराया जाए, लेकिन अभी तक कांवड़ पटरी मार्ग पर गड्ढे हैं। नहर पटरी मार्ग से कांवड़ गुजरनी शुरू हो गयी हैं, जिस हाल में नहर पटरी मार्ग है उसी से गुजरने की मजबूरी है। इसके अलावा   राधना-पाली के मार्गों पर जलभराव व गड्ढे दुर्घटना को दावत दे रहे हैं।

दिल्ली रोड पर गड्ढे ही गड्ढे

महानगर की लाइफ लाइन दिल्ली रोड पर वैसे तो रैपिड रेल कारिडोर का निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन कांवड़ यात्रा को देखते हुए दिल्ली रोड के गड्ढे भरवा देने चाहिए थे। संजय वन के समीप, वीनस गार्डन के सामने, मेवला फ्लाईओवर, दिल्ली चुुंगी के पास सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। ऐसा नहीं कि काम नहीं कराया गया, काम तो कराया गया, लेकिन आधा अधूरा।

ये हैं मुख्य कांवड़ मार्ग

  • मेरठ-दिल्ली रोड
  • चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी गंगनहर मार्ग
  • मध्य गंगनहर अनूपशहर शाखा मार्ग
  • राष्ट्रीय राजमार्ग-58 (मेरठ-रुड़की-हरिद्वार रोड)
  • नावला-रार्धना-सरूरपुर रजवाहा मार्ग
  • मेरठ-गढ़ रोड
  • मेरठ-हापुड़ रोड
  • मोदीपुरम चेक पोस्ट से बेगमपुल मार्ग
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