सपाइयों में मेरठ में जूतम पैजार, लखनऊ के बाद अब मेरठ में सपाइयों में जूतम पैजार हो गई है। जो हालात बने हुए है उसके चलते हो सकता है कि सपा में स्थनीय स्तर पर इस्तीफों का दौर शुरू हो जाए। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को हुई मारपीट की घटना से अखिलेश यादव सख्त नाराज हैं। जेल रोड स्थित सपा कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में पार्टी के नेता आपस में ही भिड़ गए। इस दौरान खूब धक्का मुक्की हुईसपा कार्यालय जेल रोड पर शुक्रवार दोपहर समाजवादी बाबा साहेब आंबेडकर वाहिनी संविधान मान स्तंभ स्थापना का कार्यक्रम था। मुख्य अतिथि सपा की आंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती थे। उसी दौरान पगड़ी पहनाए जाने को लेकर मारपीट हो गई। जिला अध्यक्ष विपिन चौधरी का कहना है कि कार्यक्रम बहुत अच्छे से संपन्न हुआ। मामूली की कहासुनी हुई, कोई बड़ी बात नहीं, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि काफी देर गहमागहमी और खूब धक्का मुक्की हुई। लखनऊ में हुए घमासान के बाद सपाइयों में खींचतान और बढ़ती नजर आ रही है। सपा समर्थकों में गुटबाजी और आपसी खींचतान जगजाहिर है। पूर्व विधायक योगेश वर्मा और विधायक अतुल प्रधान में खटास चल रही है। जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी की अतुल प्रधान और योगेश वर्मा से नहीं बनती। पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश का एक वीडियो लोकसभा चुनाव में वायरल कर दिया गया था। वायरल करने वाले सपाई ही थे। एक-दूसरे को आस्तीन का सांप तक कहा गया था। लोकसभा चुनाव में हार का ठीकरा एक-दूसरे पर फोड़ा गया। अखिलेश यादव ने भी कहा था कि और बेहतर ढंग से चुनाव लड़ाया जाता तो जीत होती।