एजुकेशनल जोन में कालोनी का नक्शा पास, मेरठ / मेडा (मेरठ विकास प्राधिकरण) के एजुकेशनल जोन में अफसरों ने कारगुजारी दिखाते हुए कालोनी का नक्शा पास कर दिया। मामला करीब तीन साल पहले काटी गयी मवाना रोड स्थित सलारपुर गांव में काटी गयी जेपी रिजीडेंसी से जुड़ा है। मेडा के जोन बी-1 का ब्लॉक ए व बी एजुकेशनल जोन है, इसके बाद भी वहां पर कालोनी का नक्शा स्वीकृत कर दिया गया। एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने इस मामले की शिकायत सीएम कार्यालय को भी भेजी है साथ ही इसके लिए जिम्मेदार मेडा अफसरों पर कार्रवाई की भी मांग की गई है। सूत्रों की मानें तो आरोप केवल एजुकेशनल जोन में कालोनी का नक्शा पास का ही होता तो भी गनीमत थी। इससे भी बढ़कर बिल्डर पर कालोनी की आड में तालाब, चक रोड व सरकारी सड़क का रास्ता अवैध रूप से कब्जाने के आरोप सीएम कार्यालय को भेजी गई शिकायत में लगाए गए हैं। जो पत्र सीएम कार्यालय को भेजा गया है उसमें बताया गया है गया है कि यदि तहसील के स्टाफ से इस कालोनी के क्षेत्रफल में आने वाले फाइलों में दर्ज तलाब व चकरोड तथा सरकारी रास्ते की जांच करा ली जाए तो और भी बड़ा खुलासा संभव है। करोड़ों रुपए कीमत की बतायी जा रही सरकारी जमीन को कब्जाए जाने के आरोप भी शिकायत के रूप में भेजे गए पत्र में लगाए गए हैं। इसके अलावा पत्र में कहा गया है कि इस कालोनी का जेड ब्लॉक पूरी तरह से अवैध है। जिन चकरोड व तालाब, नाला व सरकारी रास्ता की जगह को कब्जाने का आरोप बिल्डर पर लगाया जा रहा है वो सभी इसी जेड ब्लॉक में बताए जा रहे हैं। सीएम से मामले की जांच कराकर पूरी कालोनी की नए सिरे से पेमाइश कराने, एजुकेशनल जोन में कालोनी का नक्शा पास करने तथा कालोनी के जेड ब्लॉक में कथित रूप से किए गए सरकारी स्थानों को अवैध कब्जे से मुक्त कराए जोन की भी मांग की गयी है।