सोतीगंज के गद्दू से जुडे हैं लारेस के शूटरों के तार,
मेरठ / दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एसटीएफ की मेरठ यूनिट के हत्थे चढे असद व अनस के तार सदर बाजार थाना क्षेत्र के सोतीगंज में रहने वाले साकिब उर्फ गद्दू पुत्र शमशुद्दीन उर्फ कल्लू से जुड़े हैं। इसके बाद पुलिस अब अधिक अलर्ट हो गयी है। वहीं दूसरी ओर हाशिम बाबा गैंग इन शार्प शूटरों के वारे में यह भी कहा जा रहा है कि ये शातिर लॉरेंस विश्नोई गैंग के लिए भी काम करते हैं। दिल्ली पटेल नगर से चुराई कार की डिलीवरी सोतीगंज के गद्दू को करने के चक्कर में दिल्ली स्पेशनल सेल व एसओजी मेरठ यूनिट के हत्थे चढ़ गए। सूत्रों की मानें तो इन्होंने 29-30 अगस्त की रात को दिल्ली के कर्दमपुरी निवासी अनिल पर भी फायरिंग की थी। बीती 13 अगस्त को हाशिम बाबा गैंग के एक शूटर ने रिजवान नाम के व्यक्ति को गोली मार दी थी, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। आरोप है कि उस शूटर को हथियार अनस ने मुहैया कराया था। 14 जुलाई को इन्होंने जीटीबी अस्पताल दिल्ली के वार्ड में प्रवेश कर उपचाराधीन एक मरीज को गोली मार दी थी, जबकि वह दूसरे व्यक्ति को मारने गया था। उसको भी हथियार अनस ने ही मुहैया कराए थे। 19-20 जून की रात को मयंक नाम के व्यक्ति पर अनस ने अपने साथियों के साथ मिलकर अंधाधुंध फायरिंग की थी। इन ताबड़ तोड़ घटनाओं के बाद से दिल्ली स्पेशल सेल इनकी तलाश में थे।
रंगदारी से ना पर की नादिर शाह की हत्या
दिल्ली के पॉश इलाके ग्रेटर कैलाश में अफगान मूल का नादिर शाह जिम संचालक था। वह दुबई में भी कारोबार करता था। कुछ दिनों के लिए वह दुबई से दिल्ली आया हुआ था, तभी उसकी हत्या कर दी गई। शाह के पिता अफगानिस्तान मूल के हैं, जो कई साल पहले दिल्ली आकर बस गए थे। बताया जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों ने दिल्ली के बड़े बुकी कुणाल से पांच करोड़ की रंगदारी मांगी थी। नादिर शाह ने पुलिस में अपनी पहुंच बताते हुए कुणाल को मना कर दिया था कि वह रंगदारी का पैसा न दे। जिसके चलते उसको गोली से उड़ा दिया गया।