सांसद बाजपेयी ने की कारगुजारी उजागर, भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने मेरठ विकास प्राधिकरण के अफसरों की कारगुजारी न केवल उजागर की है, बल्कि हिदायत भी दी है कि मेविप्रा के अफसर अपने कृत्यों से भाजपा सरकार को बदनाम करने का काम न करें। केंद्र हो या फिर प्रदेश भाजपा सरकार देश की जनता के प्रति जवाबदेह हैं। इसलिए कोई भी अधिकारी जनता के कार्य लटकाने की हिमाकत न करें। दरअसल हुआ यूं कि रविवार को मेरठ के टीपीनगर, जैन नगर, रेलवे रोड, प्रेमपुरी आदि इलाके से सैकड़ों लोग रेलवे रोड से टीपीनगर के बीच एक छोटे से बाईपास मार्ग की समस्या को लेकर डा. बाजपेयी से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि समस्या का समाधान न होने से उन्हें मुसीबत उठानी पड़ रही है। लेकिन जब डा. बाजपेयी ने बताया कि इसको लेकर तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहमति दे चुके हैं और प्रस्ताव मांगा है तो सब लोग हैरान रह गए। उन्होंने राज्यसभा सांसद से ही इस समस्या के समाधान की गुहार लगायी। सोमवार 27 जून को डा. बाजपेयी खुद प्राधिकरण कार्यालय पहुंच गए। उनके पहुंचते ही वहां हड़कंप मच गया। वह सीधे अधीशासी अभियंता के कक्ष में पहुंचे और एक ही सवाल किया कि आठ माह से यह प्रकरण क्यों लटकाया हुआ है। उन्होंने सीधा सवाल किया कि काम में देरी कर क्या सरकार को बदनाम करने की साजिश अफसर कर रहे हैं। यदि ऐसा है तो ऐसे अफसरों की खैर नहीं। वहां यह भी सामने आया कि एक ही प्रस्ताव की कई-कई फाइलें बनायी हुई हैं। राज्यसभा सांसद ने अफसरों को दो टूक कह दिया कि आज जब तक यह फाइल रक्षा मंत्रालय की साइट पर अपलोड नहीं होगी तब तक न तो वह खुद जाएंगे न ही किसी अफसर को यहां से घर जाने देंगे। राज्यसभा सांसद की चेतावनी का असर हुआ कि जो काम आठ माह से अटका था व झटपट हो गया। इस मौके पर भाजपा के संदीप रेवड़ी, गौरव शर्मा, शशांक गुप्ता, विकास मित्तल, कुलदीप वाल्मीकि, पंकज राजपूत, शिवा वैद्य, निशांत धवन भी मौजूद थे।