मेरठ /सिविल लाइन के हजारी की प्याऊ के पास बैजल भवन के आगे से गाड़ी से गुजरने में परहेज बरते तो अच्छा है। शाम के वक्त तो बिलकुल भी इधर से गुजरने की गलती ना करें, क्योंकि शाम के वक्त तो यहां पीने पिलाने वालों की महफिल तक सज जाती है। दरअसल बैजल भवन के आसपास एक तो लोगों ने सरकारी सड़क पर कब्जे कर लिए हैं। यहां पर होटल ओलिविया की बात करें या उसके बराबर में एक बैकरी है उसकी बात करें, इन दोनोें ने बाकायदा जाल लगाकर सड़क पर कब्जा किया हुआ है। बैजल भवन के ठीक सामने होटल ओलिविया है। उसमें आने वालों की पार्किंग रोड पर लगती है। ऐसा नहीं कि वहां पार्किंग नहीं है। ओलिविया के भीतर भी पार्किंग का इंतजाम है, लेकिन जब भीतर की साइड में कोई समारोह होता है तो पार्किंग रोड पर ही करायी जाती है। रोड पर ही नहीं बल्कि रोड की दोनों साइड पार्किंग करायी जाती है। रही सही कसर ओलिविया के ठीक बराबर में बेकरी पर आने वालों की गाड़ियां पूरी कर देती हैं। इस बेकरी में सुबह और शाम के वक्त अच्छी खासी तादात में लोग खरीदारी को आते हैं। इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा होती है। आमतौर पर युवाओें आदत होती है वो अपने वाहन बेतरकी खडेÞ करते हैं। जिसकी वजह से रास्ता काफी तंग हो जाता है। सामने ही चौराहा है माल रोड से सीडीए के सामने होते हुए जिन लोगों के कलेक्ट्रेट या कहचरी आना जाना होता है आमतौर पर वो सभी इस रास्ते से होकर गुजरते हैं। सुबह और शाम के वक्त जब कचहरी व कलेक्ट्रेट की छुट्टी हो जाती है तब वहां दिन भर रहने वालों की गाड़ियां इसी रास्ते से गुजरती हैं। ऐसे में बेहतर है कि इस रास्ते से ना गुजरें। यहां जाम की मुख्य वजह ओलिविया होटल व उसके बराबर में स्थित बेकरी और बेकरी के ठीक सामने जो मकान है उनके द्वारा सड़क पर किया गया कब्जा है। यदि इन कब्जों को हटवा दिया जाए तो शायद यह रास्ता इतना तंग ना रहे। ऐसा नहीं कि यहां से पुलिस प्रशासन के अफसरों की गाड़ियां नहीं गुजरती या शहर के यातायात के लिए जिम्मेदार एसपी ट्रैफिक की गाड़ी नहीं गुजरती, लेकिन मुसीबत यह है कि किसी भी अफसर को यहां किए गए कब्जे दिखाई नहीं दे रहे हैं। यदि कब्जे और इन कब्जों से हो रही परेशानी दिखाई देने लगे तो शायद उन्हें अपनी ड्यूटी याद आ जाए।
ओलिविया होटल से थोड़ा आगे हजारी की प्याऊ वाला चौराहा है, यहां शाम होते ही पीने पिलाने के शौकीनों की महफिल सजती है। यह हाल तो तब है कि पीने पिलाने के चक्कर में यहां पूर्व में दो बार फायरिंग हो चुकी है। एक बार तो एक मेडिकल रैप को गोली मारी गयी थी। उसको लेकर थाना सिविल लाइन में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। लेकिन उसके वारदात के बाद भी पुलिस का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। इसी लिए बताया जा रहा है कि बेहतर है कि इस ओर से ना गुजरेंं।
शाम के वक्त सजती है पीने पिलाने वालों की महफिल सड़क पर, सिविल लाइन के इस इलाके से मत गुजरना
बिजली की समस्या पर कांग्रेसी गरजे
सेंट्रल मार्केट कर ली गिराने की तैयारी