सदर दुर्गाबाड़ी स्थित जैन मंदिर के गैर कानूनी चुनावों के बने थे चुनाव अधिकारी, फिर बुलाएगी क्राइम ब्रांच की टीम
क्राइम ब्रांचों के सवालों का नहीं जवाब, नियुक्ति पत्र नहीं दिखा सके, अवैध चुनाव की मुख्य वजह प्रेम मामा
मेरठ। सदर दुर्गाबाड़ी स्थित प्राचीन जैन मंदिर का एक किलो से ज्यादा सोना, एक हजार किलो चांदी और करोड़ों रुपए के गवन के जिस मामले को लेकर हंगामा बरपा है, उसका सूत्राधार क्राइम ब्रांच प्रेम मामा का मानकर चल रही है, जिसके चलते आने वाले दिनों में प्रेम मामा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। क्राइम ब्रांच एक बार उन्हें बुलाकर पूछताछ कर चुकी है और दोबारा जल्दी ही प्रेम मामा एक बार फिर से बुलाकर क्राइम ब्रांच की अफसर पूछताछ की तैयारी में है। यहां याद रहे कि कई बार पूछताछ के बार मौके पर ही गिरफ्तारी भी कर ली जाती है। ऐसे तमाम मामले हैं जिनमें पूछताछ के लिए बुलाया और वहीं पर अरेस्ट कर लिया गया। ऐसी आशंका इसलिए जतायी जा रही है क्योंकि एक किलो से ज्यादा सोना, एक हजार किलो चांदी और करोड़ों की नकदी को खुदबुर्द करने का यह पूरा मामला है, इसलिए कोई कुछ भी कहे लेकिन विधि विशषेज्ञाें की राय में मामला बेहद गंभीर है। इसलिए अरेस्टिंग की बात से इंकार नहीं किया जा सकता।
चुनाव अधिकारी है प्रेम मामा
सदर जैन समाज के द्वारा मंदिर में दान में दी गयी धन संपदा के लूट का आरोप जिस अवैध रूप से काविज प्रबंध समिति के पदाधिकारियों रंजीत जैन व मृदुल जैन आदि पर है उस प्रबंध समिति के कथित फर्जी चुनाव कराने वाले चुनाव अधिकारी प्रेम मामा ही थे। विधि विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि प्रबंध समिति से ज्यादा बड़ा गुनाह तो चुनाव अधिकारी का है। उन्होंने क्यों फर्जी चुनाव कराए। किस अधिकार से उन्होंने यह चुनाव कराए, फर्जी चुनाव के लिए जब उनसे कहा गया तो इसकी सूचना उन्होंने प्रशासन व डिप्टी रजिस्ट्रार को क्यों नहीं दी। ऐसे तमाम सवाल है जिनको लेकर अरेस्टिंग की आशंका जतायी जा रही है। प्रेम मामा को जल्द ही क्राइम ब्रांच दोबारा बुलाने वाली है। वहीं दूसरी ओर यह भी जानकारी मिली है कि क्राइम ब्रांच के सवालों पर प्रेम मामा बुरी तरह से उखड़ गए थे, उन्होंने घबराहट की बात कहकर किसी तरह सवालों से पीछा छुडाया।