ध्वस्त होगी भूमाफिया की अवैध कालोनी शक्ति

ध्वस्त होगी भूमाफिया की अवैध कालोनी शक्ति
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ध्वस्त होगी भूमाफिया की अवैध कालोनी शक्ति, प्राधिकरण के जोन डी में काटी गयी अवैध कालोनी शक्ति को मेरठ विकास प्राधिकरण ध्वस्त करेगा। इस कालोनी पर बाबा का बुलडोजर चलना तय है। इसको लेकर प्राधिकरण प्रशासन हरकत में आ गया है। प्राधिकरण के जोन डी गंगानगर से सटे अब्दुल्लापुर-भावनपुर संपर्क मार्ग पर भूमाफिया ने अवैध कालोनी काटी है। शक्ति नाम की इस अवैध कालोनी में कुछ मकान भी बन गए हैं। कुछ मकानों के बनने का सिलसिला जारी है। हालांकि पिछले दिनों हुई झमाझम बारिश के बाद इस अवैध कालोनी में चिनाई का काम रूका हुआ है। इस वजह तमाम प्लाट में बारिश का पानी भर गया है। केवल प्लाट ही नहीं बल्कि रास्तों में भी पानी भर गया है।

खेतों में प्लाटिंग:

शक्ति नाम की अवैध कालाेनी काटने वाले भूमाफिया ने खेतों में ही प्लाटिंग कर दी है। खेतों में प्लाटिंग करने की वजह से वहां तमाम प्लाट पानी में डूबे हुए हैं। जो प्लाट काटे गए हैं उन तक पहुंचने के लिए जो रास्ता बनाया गया है वो भी कच्चा है। रही सही कसर पिछले दिनों हुई बारिश ने पूरी कर दी है। बारिश का पानी केवल प्लाटों में ही नहीं भरा है, प्लाटों तक पहुंचने वाले रास्ते भी पानी में डूब गए है। इस कालोनी की बद से बदत्तर हो गयी हालत से अनुमान लगाया जा सकता है कि अवैध कलोनी काटने वाले भूमाफिया ने किस प्रकार की कारगुजारी प्लाट बेचने के नाम पर अंजाम दी है। जो हालात इस अवैध कालोनी की नजर आती है उससे तो यही लगता है कि अवैध कालोनी काटने वाला भूमाफिया इससे घड़ी की चौथाई में पिंड छुड़ाने के मूड में है। अवैध कालोनी का भूगोल बता रहा है कि जिसने भी इसकी प्लानिटंग या कहें प्लाटिंग की है उसको कालोनी को लेकर कोई खास सामान्य या तनकीकि ज्ञान नहीं है। अन्यथा इस पूरे इलाके में तमाम अवैध कालोनी काटी गयी हैं लेकिन उनकी स्थित शक्ति के नाम से काटी गयी अवैध कालोनी के इतर कुछ बेहतर नजर आती है। यह अवैध कालोनी तो पूरी तरह से किसी मलिन बस्ती या स्लम एरिया सरीखी नजर आती है। मसलन जिसको जहां जगह मिली वहां कब्जा कर झोपड़ी डाल दी और रहना शुरू कर दिया।

जोन में अवैध कालोनियों की बाढ:

प्राधिकरण के जोन डी में केवल शक्ति नाम की अवैध कालोनी नहीं है। इस पूरे इलाके की यदि बात की जाए तो अवैध कालाेनियों की बाढ आयी हुई लगती है। न कोई रोकने वाला ना कोई टोकने वाला। गंगा नगर से ही सटा गंगा सागर का इलाका है। इस इलाके के आसपास का इलाका भी अवैध कालोनियों से गुलजार है। इसके अलावा इससे सटा हुआ किला रोड इलाका है, वहां भी अवैध कालोनियां तमाम खेतों में काट दी गयी हैं। जोन डी का पूरा इलाका तथा इससे सटा प्राधिकरण के तमाम अन्य इलाकों में जहां तहां अवैध कालोनियां देखी जा सकती हैं। जो भी अवैध कालोनी काटी जा रही है उसकाे लेकर इतना तो तय है कि अवैध कालोनी काटने वाले भूमाफियाओं की प्राधिकरण के स्टाफ में तगड़ी पैठ है, हालांकि यह बात अलग है कि प्राधिकरण प्रशासन के उच्च पदस्थ अधिकारी भले ही अवैध कालोनियों के खिलाफ आस्तीन चढाकर उन्हें ध्वस्त करने की बात करते हों। ऐसा भी नहीं है कि अवैध कालोनियों के खिलाफ प्राधिकरण प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पिछले दिनों प्रधिकरण प्रशासन ने संगठित होकर कुछ अवैध कालोनियों की जमकर खबर ली थी।

धारा न्यूज की खबरों का लिया गया संज्ञान:

अवैध कालोनियों को लेकर धारा न्यूज ने बाकायदा संगठित स्तर पर अभियान शुरू किया था। आज भी जारी है। धारा न्यूज ने नियमित रूप से क्रमबद्ध तरीके से अवैध कालाेनियों और उनको काटने वाले भूमाफिया तथा भूमाफियाओं के मददगार एमडीए प्रशासन के कुछ अधिकारियों व उनको संरक्षण देने वाले प्राधिकरण के स्टाफ में मौजूद कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों की कारगुजारियों को प्रमुखता से प्रकाशित भी किया था। उन तमाम बातों व समाचारों को एमडीए के तत्कालनी उपाध्यक्ष ने संज्ञान ही नहीं लिया बल्कि ध्वस्तीकरण की बड़ी कार्रवाई भी की गयी। इनमें सबसे बड़ी कार्रवाई किला रोड पर खुद को भाजपा का नेता बताने वाले पुराने सपाई दारा सिंह प्रजापति की कालोनी पर की गयी। हालांकि शुरू में ऐसा लगा कि दारा सिंह प्रजापति ही प्राधिकरण के दस्ते पर भारी पड़ रहा है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। प्राधिकरण के अफसरों ने भारी पुलिस फोर्स की मदद से किला रोड पर काटी गयी दारा सिंह प्रजापति की अवैध कालोनी को मिट्टी में मिला दिया था।

शक्ति का भी ध्वस्तीकरण तय

जोन डी में काटी गयी अवैध कालोनी शक्ति का भी ध्वस्तीकरण तय है। इसका संकेत खुद जोन डी के जोनल अधिकारी अर्पित यादव ने दिया है। धारा न्यूज ने जब उनसे इस अवैध कालोनी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने पहले तो हैरानी जतायी कि इतनी बड़ी अवैध कालोनी काट दी गयी ओर एमडीए के फिल्ड स्टाफ ने रिपोर्टिंग नहीं की। लेकिन जब उन्हें विस्तार से इसकी जानकारी दी गयी तो उन्होंने मौके पर खुद जाकर मुआयना करने की बात कही ओर अवैध कालोनी पर शीघ्र बुलडोजर चलवाने की भी जानकारी दी।

बड़ सवाल क्या होगा हश्र:
जोन डी में अवैध कालोनी काटी गयी। उसमें प्लाट बेचे गए। वहां मकान भी बनने शुरू हो गए हैं और बकौल जोन डी के जोनल अधिकारी अर्पित यादव यह कालोनी हर हाल में ध्वस्त की जाएगी तो बड़ा सवाल उठता है कि जिन्होंने इस अवैध कालोनी में अपनी जिंदगी भर की कमाई दांव पर लगा दी है क्या उनका हश्र भी इटायरा में मंगी की अवैध कालोनी में प्लाट खरीद कर मकान बनाने वालों सरीखा होने जा रहा है। यहां उल्लेखनीय है कि परतापुर के गांव इटायरा में प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में करीब 280 आशियाने ध्वस्त किए गए है। ये सभी आशियाने भूमाफिया मंगी की अवैध कालोनी में बनाए गए थे। यदि अर्पित यादव का दावा ठीक मान लिया जाए तो शक्ति कालोनी मे जिन्होंने मकान बना लिए हैं उनका हश्र भी मांगी की अवैध कालोनी में मकान दुकान बनाने सरीखा होने जा रहा है।

वर्जन

अवैध कालोनियों को लेकर की गई कार्रवाई में जिनके मकान ध्वस्त कर दिए गए हैं वो तमाम लोग कलेक्ट्रेट में फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं। इसको लेकर जब डीएम दीपक मीणा से सवाल किया तो उनका कहना है कि प्रशासन की ओर से लगातार चेतावनी दी जाती है कि अवैध कालोनियों में मकान या प्लाट न खरीदें। इसको लेकर बाकायदा एमडीए के गेट पर स्क्रीन भी चलायी जा रही है। इसके बाद भी यदि अवैध कालोनी में प्लाट मकान व दुकान खरीदते हैं तो ऐसे मकानों पर कार्रवाई जरूर की जाएगी। अवैध कालोनियों को लेकर प्रशासन की नीति साफ है।

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