चार जनपदों का काम फिर भी नहीं मिलते ऑफिस में, ना ही उठाते ही काम के लिए आने वालों की कॉल, डिप्टी रजिस्ट्रार ऑफिस में बज रहा दलालों का डंका
मेरठ/ रजिस्ट्रार फार्म सोसाइटी जितेन्द्र वर्मा को लगता है कि आफिस काटने को आता है, शायद यही वजह है कि बजाए आॅफिस में बैठकर सरकारी कामकाज निपटाने के घर से ही आॅफिस चलाया जा रहा है। यह आरोप उनके हैं जो दूरदराज से अपने काम के लिए गढ रोड सोमदत्त सिटी डिप्टी रजिस्ट्रार आफिस आते हैं। सीएम योगी के आदेश पर डिप्टी रजिस्ट्रार की मनमानी भारी पड़ रही है। इनकी मनमानी की अब उद्योग व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल ने सीएम योगी से शिकायत की है। शिकायत में बताया गया है कि सीएम के आदेशों पर डिप्टी रजिस्ट्रार भारी पड़ रहे हैं ना तो ये किसी से मिलते हैं और ना ही काल रिसीव करते हैं। जो लोग अपनी संस्थाओं के काम से डिप्टी रजिस्ट्रार आॅफिस में आते हैं उनसे ना तो डिप्टी रजिस्ट्रार ही मिलते हैं और ना ही चक्कर काट-काट कर परेशान हो चुके लोगों की कॉल ही रिसीव की जा रही है। डिप्टी रजिस्ट्रार आॅफिस में पूरी तरह से स्टाफ भी अराजकता पर उतरा हुआ है। जो लोग चक्कर काट-काट पर परेशान हो चुके हैं उनका कहना है कि जब डिप्टी रजिस्ट्रार ही आॅफिस में नहीं बैठते हैं तो फिर बाकि का स्टॉफ क्यों आॅफिस में बैठने लगा है। लोगों ने बताया कि कई-कई घंटे तक इंतजार करते हैं और आखिकर बगैर काम के लौट जाते हैं।
दलालों की कॉल होती है रिसीव
डिप्टी रजिस्ट्रार सोसाइटी आॅफिस के चक्कर काट-काट कर थक चुके लोगों ने बताया कि यदि वो सीधे तरीके से अपना काम करान चाहें तो बिलकुल नहीं होगा। यहां तक कि ना तो उन्हें डिप्टी रजिस्ट्रार मिलेंगे और ना ही उनकी कॉल रिसीव होगी और यही काम यदि दलालों की मार्फत कराया जाए तो तुरंत हो जाएगा। लोगों ने बताया कि दलाल लगातार डिप्टी रजिस्ट्रार और उनके चहेते एक लिपिक के संपर्क में रहते हैं। ये किसी भी वक्त उनसे बात कर सकते हैं, लेकिन आम आदमी का यदि कोई काम है तो उसके लिए तो डिप्टी रजिस्ट्रार और उनके चहेते क्लर्क को बस ढूंढते रह जाओगे.