सदर दुर्गाबाड़ी स्थित जैन मंदिर से करोड़ों की नकदी और सौ किलो चांदी व एक किलो से जयादा सोना लूटने वालों पर तेजी से बढ़ रहा कानून का शिकंजा
बगैर चुनाव कराए कौन-कौन थे मंदिर पर काविज, मंदिर को दान में सोना किस के कारोबार में लगा, करोड़ों की नकदी किस ने की गवन, कौन-कौन के खिलाफ अब तक दर्ज एफआईआर पूछता है सदर जैन समाज
मेरठ। सदर दुर्गाबाड़ी स्थित प्राचीन जैन मंदिर दान में आयी करोड़ों की नकदी, सौ किलो से ज्यादा चांदी और एक किलो से ज्यादा सोने को खुर्दबुर्द करने वालों की गर्दन की तरफ कानून के हाथ तेजी से बढ़ रहे हैं। जानकारों की मानें तो कम से कम दो लोगों की दीवाली इस बार सलाखों के पीछे तय है। इसकी पूरी स्क्रिप्ट तैयार कर ली गयी है, केवल एक्शन भर कहने की देर है। इस बार जिस तेजी से मंदिर के गुनाहकारों के खिलाफ काम चल रहा है, वैसा अब तक पहले नहीं हुआ है। कानून के मुहाफिजों ने इस बार जो फंसा तैयार किया है, सूत्रों ने पुख्ता तौर पर जानकारी दी है कि दो लोगों की दीवाली सलाखों के पीछे मनेगी। उनको कोई नहीं बचा सकेगा। तिजोरियों का मुंह खोलकर जो अब तक सलाखों के पीछे जाने से बचते रहे हैं, सूत्रों की मानें तो इस बार ऐसे गुनाहकारों को हिसाब करने की शायद ईश्वर ने भी ठान ली है। सलाखों के पीछे भेजने की जानकारी देने वाले सूत्रों ने यह भी बताया कि इस बार ईश्वर चाहते हैं कि इन्हें गुनाहों की सजा दी जाए।
दान धर्म की रकम डकारने का पाप
दुर्गाबाड़ी स्थित सदर जैन मंदिर में जो भी दान धर्म की रकम आयी सूत्रों ने जानकारी दी कि बगैर चुनाव कराए जो लोग फर्जी चुनाव करा-कराकर मंदिर पर अवैध रूप से काविज हुए उन्होंने इस धन संपदा का गवन करने का पाप किया। मंदिर को दान में मिले सोने को अपने कारोबारों में लगाया। उसी सोने से अपने कारोबार खड़े किए। सूत्रों की मानें तो ये तमाम गुनाहकार इन दिनों जमानत पर अभी बाहर हैं, लेकिन खुली हवा में सांस लेने के इनके दिन अब लद चुके हैं। यदि सब कुछ तय शुदा योजना के अनुसार चलता रहा तो इनका सलाखों के पीछे पहुंचना तय है।
ये हैं जांच के दायरे में
सदर जैन समाज की ओर से सदर दुर्गाबाड़ी स्थित जैन मंदिर में करोड़ों की नकदी, एक हजार किलो चांदी और एक किलो से ज्यादा सोने को हजम करने वालों से कानूनी रास्ते से निपट रहे ऋषभ एकाडेमी के सचिव डा. संजय जैन ने बताया कि मंदिर में घटले घोटाले करने तथा कानूनी तरीके के बगैर चुनाव कराए अवैध रूप जो काविज रहे उनमें रंजीत जैन, मृदुल जैन, अनिल बंटी, दिनेश जैन इंश्योरेंस, सुनील जैन, सुशील चावल, विजय सनमति और इन सबको मंदिर पर अवैध रूप से काविज होने में मदद करने वाले खुद को स्वयं भू चुनाव अधिकारी करने वाले प्रेम मामा, इन्हें दोबारा जल्द ही क्राइम ब्रांच वाले पूछताछ के लिए बुला सकते हैं। एक बार इनसे पूछताछ की जा चुकी है।