दशकों पुरानी थी रास्ते की समस्या अब जाकर मिलेगी राहत
दिपावली से पहले यह रास्ता खुल जाने की पूरी उम्मीद जतायी जा रही है
खुद डा. भोले ने कहा कि जो भी थोड़ा बहुत काम बाकि है वो भी पूरा हो जाएगा
मेरठ। जो लोग रेलवे रोड से टीपीनगर दिन में कई बार आया जाया करते थे ऐसे लाखों लोगों से किया गया वायदा राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने गुरूवार को पूरा कर दिया। कई दशकों से रेलवे रोड से टीपीनगर के बीच लिंक रोड की मांग की जा रही थी। इसको लेकर खूब धरने प्रदर्शन भी हुए। लेकिन जब बात नहीं बनी तो तमाम लोग डा. वाजपेयी के दर पर जा पहुंचे। बस फिर क्या था एमडीए में जो फाइल सालों से लटकी हुई थी उसको पंख लग गए और बजाए दौड़ने के फाइल उड़ने लगी। डा. वाजपेयी ने केवल एमडीए अफसरों को ही नहीं नींद से जगाया बल्कि उन्होंने इसके लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। वह तब तक चुुप नहीं बैठ जब तक कि लिंक रोड का काम शुरू नहीं हो गया, लेकिन जब लिंक रोड बन गयी तो एक डाक्टर का अस्पताल जो टीपीनगर मेनरोड पर था वो बाधा बन गया। काफी वक्त इसमें भी निकल गया। हालांकि पिछले दिनों डा. वाजपेयी वहां भी जा पहुंचे, लेकिन अब कहीं जाकर यह अंतिम बाधा भी दूर हो गयी और इसके गवाह बने खुद डा. जब जब एमडीए वीसी ने अस्पताल के मालिक को चैक सौंपा। इस कार्य के लिए मेरठ ने डा. वाजपेयी का आभार जताया है। इसको उन्होंने डा. वाजपेयी का दीपावली गिफ्ट करार दिया है।
वहीं दूसरी ओर डा. वाजपेयी ने बताया कि श्री गुप्ता उर्फ भोले शंकर को उनके द्वारा लिंक रोड के निर्माण में हेतु हटाए गए अपने निर्माण और उनकी भूमि की कीमत मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री मीणा जी द्वारा आज मेरी उपस्थिति में उनका चेक सौंप दिया गया। उन्होंने यह कहा कि आज अपने सामने की दीवार और साइड की दीवार और भी सब कल शाम तक हटा दूंगा। पीछे की दीवार कब हटेगी जब बाद में उसकी आवश्यकता होगी। रक्षा मंत्रालय से जो अतिरिक्त भूमि इसका प्रस्ताव आज महानिदेशक रक्षा भूमि भारत सरकार द्वारा रक्षा मंत्रालय को भेज दिया गया। या तो इसी सप्ताह में या अगले सप्ताह के सोमवार और मंगल में वर्किंग परमिशन जारी हो जाएगी। वर्किंग परमिशन जारी होने पर जो पीछे डिफेंस की कॉलोनी को इस भूमि से अलग करने की दीवाल छोड़ दी गई थी वह दीवार तत्काल अगले तीन-चार दिन में लगा दी जाएगी और दीवार लगने पर भोले शंकर की पिछली दीवाल गिरा दी जाएगी जिससे कि सैन्य भूमि की सुरक्षा को कोई खतरा न हो। उसके बाद बची हुई सड़क का निर्माण कर दिया जाएगा हर हालत में दिवाली पर इस क्षेत्र के नागरिकों को सड़क पर से चलने का अवसर प्राप्त होगा ऐसा मुझे विश्वास है।