कई बड़े नाम थे कतार में, जिला अध्यक्ष के लिए भरे गए थे 56 फार्म, बड़ा सवाल कितने फीसदी एडजेस्ट हो पाएंगे पुराने
मेरठ। कई बड़े नाम वाले दावेदारों को पछाड़कर हरबीर पाल जिला भाजपाध्यक्ष की कुर्सी पर काविज हो गए हैं। उनकी ताजपोशी से करीब दर्जन भर ऐसे हें जो खुद को प्रबल दावेदार मान रहे थे और अब हाथ मल रहे हैं। इस बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि हरबीर पाल की टीम में पुरानी टीम के कितने लोगों को एडजस्ट किया जाएगा। या फिर पूरे घर के बदल डालूंगा की तर्ज पर अब जिला कमेटी में नए चेहरों को लिया जाएगा। हालांकि नयी कमेटी तब तक एक्टिवेट नहीं होगी जब तक कि प्रदेश आलाकमान का मोहर ना लग जाए।
छप्पन ने भरे थे फार्म
माह जनवरी फरवरी तक चली संगठनात्मक चुनावी प्रक्रिया के दौरान जिलाध्यक्ष पद के लिए कुल छप्पन फार्म भरे गए थे। आला कमान के चुनाव अधिकारियों ने ये फार्म जमा कर लखनऊ भेज दिए थे। महानगर अध्यक्ष पर विवेक रस्तौगी का एलान के बाद काफी अरसे से जिलाध्यक्ष के नाम की अटकलें लगायी जा रही थीं। संगठन के सूत्रों की मानें तो जिनके नामों की अटकलें थीं, बेहद चौंकाने वाले अंदाज में उन सभी को ड्राप कर प्रदेश आला कमान ने हरबीर पाल के नाम पर मोहर लगा दी। कुछ का कहना है कि शंकर आश्रम से नजदीकिया काम कर गईं, लेकिन यदि ऐसा होता तो करीब छह फार्म ऐसे भरे गए थे जो शंकर आश्रम ही हर वक्त हाजरी लगाया करते थे। उनकी लोकेशन हमेशा शंकरआश्रम हुआ करती थी। तो यह मान लिया जाए कि शंकर आश्रम में हाजरी के बावजूद इन सभी पर हरबीर पाल भारी पड़े या यह माना जाए कि हरबीर पाल सभी की पसंद साबित हुए।
इनको लेकर लगायी जा रही थीं अटकलें
वैसे जिनके नामों की अटकलें लगायी जा रही थीं उन प्रमुख नामों में जिला संगठन में उपाध्यक्ष आशीष प्रताप, महामंत्री अंकुर मुखिया, महामंत्री इंद्रपाल बजरंगी, संदीप प्रधान क्षेत्रीय उपाध्यक्ष किसान मोर्चा, हरीश चौधरी जिला महामंत्री सरीखे बड़े नाम शामिल बताए गए हैं, लेकिन बाजी हरबीर पाल मार ले गए।