हौसलों की उड़ान संग बांटे तिरंगा, सामाजिक सरोकारों की संस्था पंख हौसलों की उड़ान की भावना शर्मा ने रविवार को मेरठ में सीओ कोतवाली अरविंद चौरासिया के साथ गुजरी बाजारी मुस्लिम बाहुल्य इलाके में तिरंगा ध्वज बांटे साथ ही घर-घर तिरंगा अभियान को लेकर पीएम मोदी के अभियान की भी जानकारी दी। उनके इस कार्य में बड़ों के अलावा छोटे-छोटे बच्चों ने भी भरपूर सहयोग किया। सीओ कोतवाली व भावना ने 15 अगस्त के महत्व को भी बताया। भावना शर्मा के द्वारा सभी लोगो से अपने घरों पर तिरंगा लगाने का आग्रह कर उनको राष्ट्रीय ध्वज भेंट किए गए तथा हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सभी से सहयोग करने की अपील की। जिलाध्यक्ष नीलम राजपूत ने कार्यक्रम के महत्व को समझाया। भावना शर्मा ने लोगों को क्षतिग्रस्त भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान के साथ निपटान कैसे करें। के विषय में भावना शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ वर्षों में, यह एक तरह का चलन बन गया है। दुर्भाग्य से, अगले ही दिन ये झंडे जमीन पर या कूड़ेदान में बिखरे हुए पाए जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारतीय ध्वज संहिता, 2002 में उल्लिखित नियमों के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज का अनादर करना अपराध है? नियमों के अनुसार गंदे या फटे हुए राष्ट्रीय ध्वज को फेंकने का एक उचित तरीका है। भारतीय ध्वज संहिता, 2002 के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज को जलाने या दफनाने के दो तरीके हैं। किसी भी प्रक्रिया को चुनते समय भी एक सख्त नियम का पालन करना पड़ता है। झंडों को दफनाने के लिए, सभी क्षतिग्रस्त झंडों को लकड़ी के बक्से में इकट्ठा करें। इन्हें फोल्ड करके ठीक से रख दें। बॉक्स को जमीन में गाड़ दें। झंडे गाड़ने के बाद एक मिनट का मौन रखें। झंडा जलाना- इसके लिए एक सुरक्षित जगह चुनें और इसे साफ करें। झंडे मोड़ें उसके बाद आग जलायें और ध्यान से झंडे को आग की लपटों के बीच में रखें। ध्यान रिं चाहिए कि राष्ट्रीय ध्वज गर्व का प्रतीक है और इसका निस्तारण गरिमा के साथ हो।