SIR से डरने का लगाया आरोप, पूछा क्या चुनाव नहीं लड़ना चाहते, SIR की जमकर की वकालत बोल कुछ गलत नहीं
नई दिल्ली/मेरठ। राजनीति में ना तो दोस्त स्थायी होते हैं और ना ही राजनीतिक विरोधी स्थायी होते हैं। यह बात एक बार फिर साबित हो गयी है और साबित की है केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने जो एनडीए का हिस्सा बनने से पहले यूपी में पूर्व सीएम के सबसे करीबियों में शुमार किए जाते थे, लेकिन वर्तमान में वह यूपी में अखिलेश यादव के राजनीतिक शत्रु नंबर वन प्रतीत होते हैं। वह मेरठ में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए हुए थे और यही से उन्होंने अखिलेश यादव पर हमला बोला।
क्या चुनाव लड़ने का इरादा नहीं आखिलेश का
रालोद सुप्रीमो ने सवाल किया कि SIR का विरोध किए लिए क्या अखिलेश यादव का इरादा चुनाव लड़ने का नही है। केन्द्रीय कौशल विकास और उद्यमिता केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयन्त चौधरी ने उप्र में चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया का जोरदार समर्थन करते हुए सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। पूछा कि क्या वे चुनाव लड़ना ही नहीं चाहते। जयंत यही नहीं रुके। उन्होंने हमले को धारदार बनाते हुए कहा कि बिहार विस चुनाव से पहले भी एसआईआर को लेकर तरह-तरह का भ्रम फैलाया गया, पर मतदाताओं ने रिकार्ड मतदान कर यह साबित कर दिया कि इस प्रक्रिया से किसी को नुकसान नहीं होता। किसी को डरने या भ्रम फैलाने की जरूरत नहीं है।