कमंडल है तो दंड़ भी है, ब्राह्मण के एक हाथ में यदि कमंडल है तो दूसरे हाथ में दंड़ भी है, इसलिए ब्राह्मणों के सब्र का इंम्तिहान लेने की भूल न करें। यह सृष्टि इस बात की गवाह है कि जब-जब ब्राह्मण क्रोधित हुए हैं, तब-तब प्रलय सरीखे हालात बने हैं। ब्राह्मण संयमशील हैं लेकिन उनके इस गुण को यदि किसी ने कायरता समझने की भूल की तो विनाश तय है।
कानपुर में दो ब्राहमण महिलाओं के दहन की घटना से ब्राह्मण समाज आंदोलित है। ब्राह्मणों के दिलों में कानपुर की आग दहक रही है। बात केवल कानपुर की नहीं है। पिछले कुछ समय के दौरान ब्राह्मणों के साथ जिस प्रकार की शर्मसार करने वाली घटनाएं हुई है उसको लेकर समाज में जबरदस्त नाराजगी है। यह नाराजगी सोमवार को मेरठ कलेक्ट्रेट पर भी नजर आयी। शर्मसार करने वाली कानपुर की घटना को लेकर बड़ी संख्या में समाज के लोग बेगपुल चौराहे पर जमा हुए। वहां मानव श्रृंखला बनायी और वहां से सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां जिला प्रशासन के माध्यम से पीएम व सीएम को ज्ञापन प्रेषित किया। इस मौके पर मुकेश कौशिक, व्यापारी नेता पंड़ित आशु शर्मा, प्रशांत कौशिक, एडवोकेट राम कुमार शर्मा, गौरव शर्मा ट्रांस्टपोर्टर टीपीनगर, पंड़ित रजत शर्मा, अजीत शर्मा सरीखे तमाम ब्राह्मण महानुभाव मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कानपुर कांड के दोषियों को कठोर सजा की मांग की।