फिल्म इंडस्ट्रीज से फिर आयी बुरी खबर, लाहौर में पैदा हुई कामनी कौशल का निधन,
नई दिल्ली। फिल्म इंडस्टठ्रीज से बुरी खबरों का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। हिंदी सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री कामनी कौशल का आज सुबह मुंबई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे 92 वर्ष की थीं। परिवारिक सूत्रों के अनुसार, लंबी बीमारी के बाद उनका देहांत हुआ। उनके निधन से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
लाहौर में हुआ था जन्म
कामनी कौशल का जन्म 1927 में लाहौर (तत्कालीन ब्रिटिश भारत) में हुआ था। वे 1940 के दशक में बॉलीवुड में सक्रिय हुईं और अपनी संजीदा अदाकारी के लिए जानी गईं। उनकी पहली प्रमुख फिल्म ‘नीचा नगर’ (1946) थी, जो चेतन आनंद के निर्देशन में बनी और कान फिल्म फेस्टिवल में पुरस्कृत हुई। इसके बाद उन्होंने ‘दो बीघा जमीन’ (1953) में बलराज साहनी के साथ यादगार भूमिका निभाई, जो सामाजिक मुद्दों पर आधारित क्लासिक फिल्म मानी जाती है।
राजकपूर, दिलीप कपूर, देवनंद के साथ भी काम
उनकी अन्य उल्लेखनीय फिल्मों में ‘शहीद’ (1948), ‘बिराज बहू’ (1954) और ‘आरzoo’ (1950) शामिल हैं। कामनी कौशल ने राज कपूर, दिलीप कुमार और देव आनंद जैसे दिग्गजों के साथ काम किया। वे अपनी सादगी और भावनात्मक गहराई वाली भूमिकाओं के लिए प्रशंसित थीं। बाद के वर्षों में उन्होंने कुछ टीवी धारावाहिकों में भी अभिनय किया। परिवार में उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। उनके पति बी.एस. कौशल भी फिल्म उद्योग से जुड़े थे। अंतिम संस्कार कल मुंबई में किया जाएगा। बॉलीवुड के कई सितारों ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी है। अभिनेता अनुपम खेर ने ट्वीट किया, “कामनी जी की अदाकारी ने पीढ़ियों को प्रेरित किया। उनका जाना एक युग का अंत है।” निर्देशक श्याम बेनेगल ने कहा, “वे समानांतर सिनेमा की प्रारंभिक प्रतीक थीं।” कामनी कौशल की विरासत हिंदी फिल्मों के स्वर्णिम युग में हमेशा जीवित रहेगी।