NBW जारी होने के बाद थी तलाश, मामले की क्राइम ब्रांच कर रही है जांच, मंदिर भी पहुंची थी पुलिस
मेरठ। सदर दुर्गाबाड़ स्थित प्राचीन जैन मंदिर की तथाकथित कमेटी के कोषाध्यक्ष को जेएम-2 की कोर्ट से करोड़ों के घपले घोटाले में जमानत मिल गयी है। मृदुल जैन मंगलवार को कोर्ट में पेश हो गया, जिसके बाद कोर्ट ने उसको बेल दे दी। उल्लेखनीय है कि मृदुल के खिलाफ कोर्ट ने गैरजमानती वारंट जारी किए थे। इन वारंट के जारी हाेने के बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन इस तलाश पर भी सदर के कारोबारी कई सवाल खड़े कर रहे हैं। नाम ना छापे जाने की शर्त सदर के व्यापारियों ने सवाल किया कि जो शख्स अपनी दुकान पर बैठा हो और गैर जमानती वारंट कोर्ट से जारी हो उसकी यह कैसी तलाश। जो सब को नजर आ रहा है और पुलिस को नजर नहीं आ रहा है। अंतोगत्वा अब इस मामले में मृदुल जैन जमानत पर है। यह वही मामला है जिसमें मंदिर की तथाकथित कमेटी का अध्यक्ष रंजीत जैन करीब दो साल जेल में रहकर आया है।
डा. संजय जैन लड़ रहे मंदिर की लड़ाई
जिस मामले को लेकर रंजीत जैन जेल गया और अब एनबीडब्लू जारी होने के बाद मृदुल जैन जमानत पर है वो मामला पूरे सदर जैन को पता है कि करोड़ों रुपए की नकदी, एक किलो सोना और एक हजार किलो चांदी को खुर्दबुर्द किए जाने का मामला है। इस मामले को अदालत तक ले जाने वाले तथा कसूरवार को शिकंजे के पीछे पहुंचाने वाले डा. संजय जैन ने बताया कि वह केवल इतना चाहते हैं कि मंदिर का सोना व करोड़ों की नकदी जो दान में आयी है वो वापस मंदिर में आए। सदर जैन समाज का साफ कहना है कि वो सभी डा. संजय जैन के साथ हैं।