अफसरों ने ली राहत की सांस

अफसरों ने ली राहत की सांस
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अफसरों ने ली राहत की सांस, जिलाधिकारी दीपक मीणा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सजवाण के प्रयास सफल रहे। तमाम आशंकाए धरी की धरी रह गयीं। गुरूवार को ईद की नमाज शांति पूर्वक संपन्न हुई। कहीं से कोई एक पत्ता खडकने तक की आवाज नहीं आयी। हालांकि गुरूवार से पहले बुधवार को पूरे दिन इसके लिए डीएम व एसएसपी को काफी वर्क करना पड़ा। अपने मातहतों को तमाम बातें समझायी गयीं। दोनों ही अफसरों ने संयुक्त रणनीति बनाकर काम किया जिसका नतीजा यह रहा है कि जो आशंकाएं जतायी जा रही थीं वो निर्मूल साबित हुई।गुरुवार को ईद की नमाज को शांतिपूर्वक तरीके से पढ़ा गया। सड़कों पर नमाज पढ़ने वाले नमाजियों की निगरानी के चलते पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने चप्पे-चप्पे पर फोर्स की तैनाती की है। लेकिन नमाज के समय बारिश होने के चलते सड़कों पर नमाज नहीं हो पाई। नमाजियों ने शांति पूर्वक ईद की नमाज ईदगाहों व मस्जिदों में ही पढ़ी।  गुरुवार को देश में ईद का पर्व मनाया गया। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुखिया द्वारा सड़क पर नमाज न पढ़ने का फरमान मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आ गए और निगरानी के लिए चप्पे-चप्पे पर फोर्स की तैनाती करते हुए ड्रोन कैमरों से भी निगरानी करनी शुरू कर दी। दिल्ली रोड स्थित शाही ईदगाह में 7 बजे ईद की नमाज अदा की गई। वहीं, लिसाड़ी रोड स्थित ईदगाह में 6,:45 बजे नमाज हुई और बाले मियां में ईद की नमाज का टाइम 7 बजकर 15 मिनट रहा। ईदगाह के साथ साथ मस्जिदों में भी भारी तादाद में नमाजियों ने नमाज अदा की। नमाज के बाद एक दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी गई। वहीं पुलिस की सख्ती के चलते मेरठ में सड़क पर नमाज नहीं हो पाई। हालांकि शांतिपूर्वक ईद की नमाज होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।  ईद उल अजहा की नमाज के बाद खुतबा होता है। उसके बाद कुर्बानियों का दौर शुरू हो जाता है। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने जनता से खुले में कुर्बानी ने करने शहीद कुर्बानी किए गए पशुओं के अवशेषों को इधर-उधर फेंकने की भी अपील की थी लेकिन कुछ जगह पर गली मोहल्लों में कुर्बानियां होती नजर आई। हालांकि नमाज के तुरंत बाद शहर में बरसात का दौर जारी हो गया जिसके बाद पुलिस फोर्स नदारद रही।

ना सड़क पर नमाज ना ही सुंदर कांड:

प्रशासन व पुलिस की सख्ती का असर यह हुआ कि न तो पूरे मेरठ में कहीं भी सडक पर नमाज अदा की गयी और सुंदर कांड व हनुमान चालिस का पाठ करने वाले ही कहीं नजर आएद। दरअसल खुद को हिन्दूवादी नेता कहने वाले सचिन सिरोही नाम के एक शख्स ने एलान किया था कि यदि सड़क पर नमाज अदा की गयी तो उसी स्थान पर हनुमान चालिसा की जाएगी। सोशल मीडिया पर सचिन सिरोही का यह एलान तेजी से वायरल होने लगा।

एसएसपी ने लिया संज्ञान:

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सचिन सिरोही के मुंह से जो कुछ निकला, उसको बेहद गंभीरता से लिया। उन्होंने बताया कि ईद का पर्व शांति के साथ मनाया जाए, कहीं कोई गडबड‍़ी न हो इसके लिए पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। उन्होंने बताया कि एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उसका संज्ञान लिया गया है। इस प्रकार की बातें करने वाले शख्स के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मुकदमा कायम करा दिया गया है। शांति से समझौता नहीं हाेगा।

बयान देकर अंडर ग्रांड:

वहीं दूसरी ओर बकरा ईद की नमाज सड़क पर पढ़ जाने के विरोध में मौके पर ही सुंदर कांड का पाठ करने का एलान करने वाले सचिन सिरोही व उनके करीबी पुलिस की सख्ती के बाद अंडर ग्राउंड हो गए। जैसे तेवर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उनके वीडिया में नजर आ रहे थे, एसएसपी का रूख देखने के बाद तथा इस दौरान पूरे मेरठ जनपद में पुलिसिया इंतजाम के चलते वीडियाे में भडकाऊ बाते ंकरने वाले कहीं भी नजर नहीं आए।

पुलिस अलर्ट मोड पर:

डीएम व एसएसपी को एक्शन मोड में देखने के बाद सबसे ज्यादा अलर्ट मोड पर पुलिस वाले नजर आए। गुरूवार की सुबह करीब चार से पांच बजे के बीच तमाम थानों में या कहें ज्यादातर थानों में पुलिस कर्मियों की आमद दर्ज हो चुकी थी। किस की डयूटी कहां लगनी है इसका प्लान व चार्ट पहले से ही तैयार था। थाना पहुंचते ही डयूटी की जानकारी मिलते ही थाने का पूरा स्टाफ निकल गया। पुलिस के परिश्रम का परिणाम है कहीं कोई पत्ता भी नहीं खड़का।

चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस मुस्तैद:

सुबह करीब साढे पांच बजे शहर के तमाम प्रमुख चौराहों तथा मेरठ के आउटर इलाकों जैसे बाइपास, मवाना रोड, हापुड रोड व गढ रोड पर इक्का दुक्का वाहन ही चल रहे थे, हालांकि वाया मेरठ दिल्ली देहरादून हाइवे पर जरूर हल्के भारी वाहनों की जबरदस्त आवाजाही थी, इसके इतर तमाम चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस अलर्ट नजर आयी। इसका नतीजा यह हुआ कि पर्व के बावजूद कहीं से भी जाम सरीखी खबर नहीं मिली। पूरे दिन मेरठ के भीतर व आउटर इलाकों से ट्रैफिक आराम से गुजरता रहा। यह सब एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र श्रीवास्तव की कुशल रणनीति से ही संभव हो सका।

वर्जन

बकरा ईद का पर्व शांति व सद्भाव से निपटा। इसके लिए मेरठ के लोग बधाई के पात्र है। पर्व हमें शांति व भाईचारे का संदेश देते हैं। सभी विभागों के स्टाफ ने अपना काम पूरी जिम्मेदारी से किया है। सभी का संयुक्त प्रयास रहा। डीएम-एसएसपी-मेरठ

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