पचास साला हुआ दर्पण कला केंद्र, नाटय सरोकारों का संस्थान दर्पण कला केंद्र मेरठ पूरे पचास साल को हो गया है। इस मौके पर जश्न के लिए अनेक कार्यक्रम की श्रंखला चल रही है। यह क्रम दिसंबर तक चलेगा। इसी क्रम में रविवार को संस्थान के निदेशक विनोद कुमार बेचैन ने चेंबर ऑफ कॉमर्स रोडवेज के सामने उदघाटन भाजपा विधायक अमित अग्रवाल एव छावनी परिषद् मेरठ के पूर्व उपाध्यक्ष सुनील वाधवा ने किया। दीप प्रज्वलित पूर्व राज्य मंत्री प्रभु दयाल बाल्मीकि , सरस्वती पूजन सीसीएसयू के सीनेटर संजीवेश्वर प्रकाश त्यागी , मंच पूजन निर्माता निर्देशक नीरज शर्मा व अध्यक्षता सतीश शर्मा ने की। इस अवसर पर स्वर्गीय श्री सुरेंद्र कौशिक ,इप्टा के निदेशक स्वर्गीय शांति वर्मा ,एकता आर्ट्स मेरठ के स्वर्गीय बी . एन . बनर्जी तथा रोमानी आर्ट ऑफ़ ग्रुप के अध्यक्ष स्वर्गीय अनवर शेख रोमानी को मरणोपरांत सम्मानित किया गया । नाटक ” काली रात के हमसफर “का मंचन किया गया । इसमें भारतभूषण शर्मा, हेमन्त गोयल ने अभिनय किया। निर्देशन भारत भूषण शर्मा , संगीत अनिल शर्मा , पार्श्व गायक अभिषेक भारद्वाज , सूत्रधार स्वाति शर्मा के अलावा जितेंद्र सी राज, आबिद सैफ़ी , योगेश समदर्शी, जतिन कुमार ,शैन विलियम आदि ने अपना योगदान दिया । समारोह में दूसरा नाटक लहर किया गया । प्रियम जानी द्वारा लिखित एवं अनुज शर्मा द्वारा निर्देशित नाटक ” दिग्दर्शक”
रंगमंच और फिल्म के बीच चल रहे द्वन्द को दर्शाता है । । गुरू और शिष्य के पात्र को अनुज शर्मा और विकास कुमार ने बहुत ही सशक्त ढंग से निभाया । नाटक में संगीत सम्भव और क्षितिज तिवारी , प्रकाश व्यवस्था विभू शर्मा – आशिष तौमर के द्वारा की गई । डी जैस ( वर्ल्ड ऑफ एंटरटेनमेंट) के द्वारा गीत एवं नृत्य पर आधारित सांस्कृतिक कार्यकम पेश किया गया । जिस में रमा भारती, परवेज राबड़ी, निधि , एकलव्य , अजय महेन्द्र, अक्षय महरौल आदि ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया । सांन्सकृतिक कार्यक्रम का संयोजन जैस टिसावर्ड एवं अलका चित्तौडिया के द्वारा किया गया तथा एकता मिश्रा , माधुरी मिश्रा, सादीक अखतर का भी योगदान रहा । समारोह का आयोजन एवं संचालन संस्था के निदेशक विनोद कुमार बेचैन के द्वारा किया गया । आयोजन में संस्था के अध्यक्ष दिनेश चौहान,
महामंत्री हसीन सैफ़ी , विरेन्द्र कन्नौजिया, राम मदान, अजय महेन्द्र सिंह , सौरभ महरौल ,
विजय कुमार , शुभम , अक्षय आदि का विशेष सहयोग रहा ।