नर्मदापुरम का आरिफ खान तैयार है किडनी देने को, संत जी नर्मादापुरम के डीएम को दे चुका है पत्र
तबियत बिगड़ने से अनुयायी परेशान, प्रेमानंद जी महाराज के लिए प्रार्थना, हजारों श्रद्धालु रूके हैं वृंदावन मेंं
नई दिल्ली/वृंदावन। संतों के संत प्रेमानंद जी महाराज की तबियत अचानक फिर से बिगड़ कई है, जिसके चलते उनकी पद यात्रा को रोक दिया गया है। रविवार को उनके दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुजन वृंदावन पहुंचे थे। यहां बता दें कि संत प्रेमानंद महाराज लंबे समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं। करीब बीस साल से उनकी दोनों किडनियां फेल है। पहले हफ्ते में तीन बार डायलिसिस होता था, लेकिन अब समस्या बढ़ने के कारण सप्ताह में 4 से 5 बार डायलिसिस हो रहा है। इससे पहले भी स्वास्थ्य कारणों से उनकी यह पदयात्रा कई बार रोकी गई थी।
आरिफ खान देना चाहता है प्रेमानंद जी महाराज को अपनी किडनी

प्रेमानंद जी महाराज के अनुयाइयों में केवल मुस्लिम ही नहीं अनेक धर्म खासतौर से मुस्लिम भी हैं। नर्मदापुरम के एक मुस्लिम युवक ने अपनी किडनी दान करने की पेशकश की है। युवक ने पत्र में प्रेमानंद जी को महान संत बताते हुए हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक बताया है और कहा है कि वह आज के नफरती माहौल में कौमी एकता की अनूठी मिसाल हैं। युवक का कहना है कि वह भविष्य में वृंदावन जाकर प्रेमानंद जी के दर्शन करना चाहता है और यदि अनुमति मिलती है तो किडनी दान करने को तैयार है।
आरिफ ने बताया महान संत
आरिफ खान चिश्ती नाम के इस युवक ने नफरत भरे माहौल में सांप्रदायिक एकता का संदेश देने के लिए यह कदम उठाया है। उन्होंने इस बारे में नर्मदापुरम कलेक्टर और वृंदावन स्थित प्रेमानंद जी के आश्रम को पत्र भेजा है। चिश्ती, प्रेमानंद जी के विचारों से बहुत प्रभावित हैं और उन्हें कौमी एकता की मिसाल मानते हैं। अपने पत्र में चिश्ती ने प्रेमानंद महाराज को एक महान संत बताया है। कई अन्य अनुयाइयों ने भी ऐसी ही पेशकश की है। लेकिन प्रेमानंद जी महाराज हमेशा कहते हैं कि श्रीजी हैं ना वो स्वयं देख लेंगी।