
ध्वस्तीकरण अभियानों के लिए कैंट अफसरों को नहीं मिलती फोर्स, साउथ एंड रोड बंगला 201 के अवैध निर्माण गिराने को मांगी थी पुलिस, नहीं मिला जवाब
साउथ एंड रोड बंगला 201 के अवैध निर्माण गिराने को मांगी थी पुलिस, नहीं मिला जवाब, ध्वस्तीकरण अभियानों के लिए कैंट अफसरों को नहीं मिलती फोर्स
मेरठ/ कैंट अफसरों को ध्वस्तीकरण अभियानों के लिए आमतौर पर अब पुलिस फोर्स नहीं दी जा रही है। कैंट बोर्ड के अफसर खासतौर से इंजीनियरिंग सेक्शन अपने रिस्क पर अवैध निर्माणों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। कैंट के साउथ एंड रोड स्थित डीईओ के बंगला 201 शांति फार्म में युद्ध स्तर किए गए अवैध निर्माणों को गिराने के लिए डीईओ आॅफिस ने पुलिस फोर्स मांगा था। यह पुलिस फोर्स 6 अक्तूबर के लिए मांगा गया था, कैंट अफसर इंतजार करते रहे, लेकिन उन्हें पुलिस फोर्स नहीं मिल सका। यह कोई पहला मौका नहीं है, जब अभियानों के लिए पुलिस फोर्स मांगी गयी हो और नहीं मिली हो। कुछ समय पहले मछेरान से सटे कैंट के भूसा मंड़ी इलाके में ध्वस्तीकरण अभियान के लिए फोर्स मांगी गयी थी। यहां पर बड़े स्तर पर कुछ कबाड़ियों ने अवैध ढांचे खड़े कर लिए थे। उन ढांचों को बोर्ड के इंजीनियरिंग सेक्शन के दस्ते ने ध्वस्त किए थे, बड़े स्तर पर अभियान के लिए फोर्स की दरकार थी, लेकिन फोर्स नहीं मिली। आमतौर जब भी फोर्स मांगी जाती है तब समय पर कभी नहीं मिलती। आबादी के बीच चल रही डेयरियों को हटाने का मामला हो या फिर अवैध ढांचे गिराने का मामला पुलिस फोर्स की मदद आमतौर पर कभी कभार ही मिल पाती है। जो छह अक्तूबर के लिए फोर्स मांगी गयी थी, उस वक्त को कोई तीज त्यौहार भी नहीं था उसके बाद भी फोर्स नहीं दी गई। इस संबंध में डीईओ आॅफिस के एसडीओ (सब डिविजन आॅफिसर) वीके गुप्ता से जब बात की गयी तो उन्होंने बताया कि पुलिस फोर्स के मिले बगैर कार्रवाई संभव नहीं है।
दबंगई का आरोप, एफआईआर को पत्र
साउथ एंड रोड स्थित बंगला 201 शांति फार्म हाउस में कुछ लोगों द्वारा दबंगई दिखाकर वहां नाजायज कब्जे व अवैध निर्माणों की बात कहते हुए डीईओ आफिस से एक पत्र पुलिस प्रशासन को भेजे जाने की जानकारी एसडीओ गुप्ता ने दी। इस पत्र में कहा गया है कि जांच कर दबंगई से कब्जे व अवैध निर्माण करने वालों पर मुकदमा लिखा जाए, लेकिन अभी तक कुछ हूुआ नहीं है।