नहीं रूक रहा मौत का सिलसिला,
एक और मौत, नहीं रूक रहा चाइनीज मांझे से मौत का सिलसिला
मेडिकल के पीवीवीएस के समीप बाइक सवार की गर्दन कटी, पीछे बैठा युवक भी जख्मी
अधिक खून बह जाने से बाइक चला रहे युवक की मेडिकल में मौत परिवार में मचा कोहराम, मामला दर्ज
-पूरे शहर में चाइनीज मांझे की तलाश में पुलिस की दबिशें, खुद एसपी सिटी उतरे सड़कों पर
मेरठ/चाइनीज मांझे से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार की शाम मेडिकल थाना क्षेत्र के पीवीवीएस के समीप एक बाइक सवार युवक की चाइनीज मांझे की चपेट में आकर घायल होने से मौत हो गयी। बाइक पर पीछे बैठा उसका साथी भी बुरी जख्मी हो गया। मृतक टाइल कारीगर था और दिल्ली में काम करता था।
मेडिकल थाना क्षेत्र के गांव कमालपुर बड़ी मस्जिद निवासी जोन मोहम्मद का 21 साल का पुत्र सुहेल अपने साथी नवाजिश पुत्र कय्यूम के साथ पीवीवीएस के सामने प्लेटिना बाइक से जा रहे थे। उसी दौरान अचानक चाइनीज मांझा आकर सुहेल की गर्दन से लिपट गया। बाइक की स्पीड अधिक होने की वजह से चाइनीज मांझा सुहेल की गर्दन को चीरता चलाा गया। इससे पहले की वह बाइक रोक पाता चाइनीज मांझे ने उसकी गर्दन की नसें तक काट डालीं। चाइनीज मांझा से पीछे बैठा नवाजिश भी जख्मी हो गया। सुहेल की हालात देखकर नवाजिश ने तुरंत एम्बुलेंस बुलायी और उसको सीधे मेडिकल ले गया, जहां डाक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि अधिक खून बह जाने की वजह से उसकी मौत हो गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
इस बीच सूचना मिलने पर मृतक के पिता व दोनों भाई साहिल व गुडडू समेत परिवार के अन्य सदस्य व गांव वाले पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। पुलिस ने नवाजिश से पूरे मामले की जानकारी ली। सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने बतया कि मामला दर्ज किया जा रहा है।
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ताबड़तोड़ दबिशें, दुकानें छोड़कर भागे बेचने वाले
मेरठ/ मेडिकल थाना क्षेत्र में चाइनीज मांझे की चपेट में आकर युवक की दर्दनाक मौत के बाद एसपी सिटी के आदेश मांझे के नाम पर मौत का सामन बेचने वालों की धरपकड़ के लिए खैरनगर समेत पूरे शहर में पुलिस ने ताबड़तोड़ दबिशें दीं। देहलीगेट थाना के खैरनगर स्थित पतंग मांझा मार्केट में व्यापक स्तर पर अभियान चलाया गया। इस दौरान कई दुकानदार गायब भी हो गए। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया के केवल खैरनगर ही नहीं शहर के तमाम थाना क्षेत्रों में चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करायी जा रही है। किसी भी कीमत पर चाइनीज मांझे का कारोबार नहीं करने दिया जाएगा।
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मौत व घायल होने की अनगिनत वारदातों के बाद भी बिक्री पर रोक नहीं
जनवाणी संवाददाता, मेरठ
चाइनीज मांझे से मौत व घायल होने की तमाम घटनाओं के बाद भी इसकी बिक्री पर रोक नहीं है। प्रतिबंधित होने के बावजूद इसकी बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है। बिक्री हो रही है तभी तो चाइनीज मांझे से हादसे भी हो रहे हैं। कमालपुर के सुहेल की मौत ने चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक के दावों की पोल खोलकर रख दी है। चाइनीज मांझे से होने वाली दुर्घटनाओं की बात करें तो :-
महिला की ऊंगली कटीं
बीते साल 27 सितंबर को स्कूटी से बच्चों को ट्यूशन छोड़कर आ रही एक महिला की गर्दन चाइनीज मांझे ने अंगुली को बुरी तरह काट दिया। खूनी पुल पर राजकीय इंटर कालेज के सामने बंटी का परिवार रहता है। उनकी पत्नी करिश्मा बच्चों को छोड़कर घर वापस आ रही थी। जब वह तान्य आटोमोबाइल के पास पहुंची तभी अचानक वहां तार से लटका मांझा उसकी गर्दन में उलझ गया। करिश्मा ने गर्दन बचाने का प्रयास किया तो मांझे ने उसके दांये हाथ की अंगुली कट गई। अंगुली पर सात टांके लगाए गए।
विगत 17 दिसंबर 2022 को दिसंबर हापुड़ रोड पर पावरलूट फैक्ट्री संचालक वाजिद पुत्र तौफिक निवासी ढवाई नगर किसी काम से जा रहा था। उसी दौरान अचानक चाइनीज मांझा आकर उसके गर्दन से लिपट गया। उसकी गर्दन बुरी तरह कट गयी। अस्पताल ले जाया गया। जहां गर्दन में टांके आए। पुलिस ने मामला तो दर्ज किया, लेकिन आज तक गिरफ्तारी किसी की नहीं की गई।
विगत 12 फरवरी 2024 को कंकरखेड़ा के मेहंदी मोहल्ला निवासी शुभम स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में एक कंपनी में कार चालक है। रविवार शाम चार बजे वह ड्यूटी खत्म कर बाइक पर सवार होकर अपने घर जा रहा था। ट्रांसपोर्ट नगर गेट के सामने उसकी गर्दन चीनी मांझे में उलझ गई। परिजन मौके पर पहुंचे। उसके अस्पताल में भर्ती कराया। उसकी गर्दन में 40 टांके आए।
विगत 14 फरवरी 2024 को कंकरखेड़ा के साधु नगर के रहने वाले नितिन चंद्रा जिला पंचायत के कर्मचारी हैं। शाम को वह अपने साथी के साथ खरखौदा से लौट रहे थे। कुटी चौराहे के पास उनकी गर्दन में मांझा फंस गया। वह लहूलुहान हो गए। उन्हें बेगमपुल स्थित एक निजी अस्पताल में लाया गया, जहां पर डाक्टरों ने 30 टांके लगने पडे।
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हवा हुए रोक के आदेश
यूं कहने को चाइनीज मांझे पर रोक लगी हुई है, लेकिन लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जब यह मांझा जानलेवा साबित हो रहा है। मेरठ जिले में तो क्या मासूम और क्या बुजुर्ग यह मांझा लोगों के लिए नासूर बन चुका है। अब तक कई जानें भी जा चुकीं हैं, जबकि राह चलते कितने ही लोगों के साथ दुर्घटना हो रही हैं. बार-बार हादसों से यह स्पष्ट होता है कि इसकी बिक्री धड़ल्ले से जारी है और लोगों की जान पर बन आ रही है।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने जुलाई 2017 में जानलेवा चाईनीज मांझे की बिक्री पर देश भर में प्रतिबंध लगाया था। तब एनजीटी ने आॅर्डर में कहा था कि स्वतंत्रता दिवस पर पतंग उड़ाना देश की परंपरा रही है, लेकिन खतरनाक मांझे से पशु-पक्षी और लोग बुरी तरह जख्मी हो जाते हैं। इसके बाद सरकार की तरफ से भी कई बार चाइनीज मांझे की रोकथाम के लिए शासन स्तर से निर्देश दिए गए। स्थानीय प्रशासन ने भी अभियान चलाए, लेकिन मांझे के शिकार होने वाले मामले बढ़ते ही गए। दुर्घटनाओं में कोई कमी नही आई।
इनकी भी हुई मौत
23 सितंबर, 2021 को एनएच 58 पर बी फार्मा के छात्र अजय (24) की गर्दन में मांझा लपेटे जाने से मौत हो गई थी। इसी तरह के मामले में 13 अक्टूबर, 2021 को चाइनीज मांझा से गले में गहरा घाव होने से रोहता रोड पर एक मिस्त्री की मौत हो गई थी। साल 2021 5 फरवरी को बेगम बाग के गुड्डू की भी इसी तरह मौत हो गई थी, जबकि एक गार्ड की भी मौत चाइनीज मांझे की वजह से हो चुकी है।
राजेन्द्र अग्रवाल ने उठाया था संसद में मामला
मेरठ-हापुड़ लोकसभा के पूर्व सांसद सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने पूर्व लोकसभा में शून्यकाल के दौरान चाइनीज मांझा अथवा इसी प्रकार के हानिकारक मांझे के भंडारण, बिक्री व उपयोग पर प्रभावी प्रतिबंध लगाने और इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई किये जाने की मांग की थी।
सांसद ने कहा था कि ‘चाइनीज मांझे के कारण निरंतर दुर्घटनाएं हो रही हैं। इस मांझे की चपेट में आने वाले टू-व्हीलर पर चलने वाले व्यक्तियों की गर्दन कट जाती है और यह मांझा विद्युत का सुचालक होने के कारण हाईटेंशन तारों को छूता हुआ राह चलते व्यक्तियों को झुलसा देता है इन कारणों से प्रत्येक वर्ष अनेक व्यक्ति विशेष कर बच्चे घायल हो रहे हैं और अनेकों की मृत्यु हो चुकी है’, लेकिन हुआ उसके बाद भी मांझा बेचा जा रहा है, हादसे इस बात का सूबत हैं।
कहने को तो चाइनीज मांझे पर रोक लगी हुई है
मेरठः कहने को तो चाइनीज मांझे पर रोक लगी हुई है, लेकिन लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जब यह मांझा जानलेवा साबित हो रहा है. मेरठ जिले में तो क्या मासूम और क्या बुजुर्ग यह मांझा लोगों के लिए नासूर बन चुका है. अब तक कई जानें भी जा चुकीं हैं, जबकि राहचलते कितने ही लोगों के साथ दुर्घटना हो रही हैं. बार-बार हादसों से यह स्पष्ट होता है कि इसकी बिक्री धड़ल्ले से जारी है और लोगों की जान पर बन आ रही है. हाल ही में 5 साल के मासूम देवांशु की नाक में चाइनीज मांझे की वजह से चोट आई है और मासूम तब से खौफजदा है.
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(राष्ट्रीय हरित अधिकरण) ने जुलाई 2017 में जानलेवा चाईनीज मांझे (Chinese manjha) की बिक्री पर देश भर में प्रतिबंध लगाया था. तब एनजीटी ने ऑर्डर में कहा था कि स्वतंत्रता दिवस पर पतंग उड़ाना देश की परंपरा रही है, लेकिन खतरनाक मांझे से पशु-पक्षी और लोग बुरी तरह जख्मी हो जाते हैं. इसके बाद सरकार की तरफ से भी कई बार चाइनीज मांझे की रोकथाम के लिए शासन स्तर से निर्देश दिए गए. स्थानीय प्रशासन ने भी अभियान चलाए, लेकिन मांझे के शिकार होने वाले मामले बढ़ते ही गए. आलम यह है कि दुर्घटनाओं में कोई कमी नही आई.
ये मामले आए सामने
- शास्त्रीनगर में बाइक सवार युवक की गर्दन कटी. 50 टांके आए थे.
- जाकिर कालोनी चौकी के सामने बाइक सवार की गर्दन में चाइनीज मांझा लिपटा था, हटाने में अंगुली जखमी हो गई.
- 18.08.22 को रेलवे रोड थाना क्षेत्र में स्कूटी सवार व्यक्ति व लिसाड़ी गेट में स्कूटी पर जा रहा बच्चा घायल हुआ था.
- हस्तिनापुर के गांव गणेशपुर निवासी विकास चाइनीज मांझे की चपेट में आए थे.
- मवाना थाने के पास बाइक सवार युवक की गर्दन कटी थी.
- कचहरी से शताब्दी नगर स्थित आवास पर जा रहे अधिवक्ता विकास शर्मा मांझे से घायल हो गए थे.
- कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के शिवलोक पुरी निवासी आयुष चाइनीज मांझे से घायल हुए थे.
- दीवान पब्लिक स्कूल के सिक्योरिटी सुपरवाइजर गौरव की गर्दन चाइनीज मांझे से कटी थी उपचार के बाद उनकी मौत हो गई थी.
- आयकर कॉलोनी के पास मांझे की चपेट में आकर अधिवक्ता घायल हो गए थे.
- शुक्रवार को लिसाड़ी गेट के ढवाई नगर निवासी पावलूम फेक्ट्री संचालक वाजिद की गर्दन कटी है. उन्हें 18 टांके आए हैं, अस्पताल में इलाज चल रहा है.
- हाल ही में 5 साल के मासूम देवांशु की नाक चाइनीज मांझे की वजह से कटी है और मासूम तब से खौफजदा है.
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लगातार हो रहीं घटनाएं, कब जागेंगे जिम्मेदार
- 5.12.22 – शास्त्रीनगर में बाइक सवार युवक की गर्दन कटी। 50 टांके आए।
- 25.08.22 – जाकिर कालोनी चौकी के सामने बाइक सवार की गर्दन में चाइनीज मांझा लिपटा। हटाने में अंगुली जख्मी हो गई
- 18.08.22 – रेलवे रोड थाना क्षेत्र में स्कूटी सवार व्यक्ति व लिसाड़ी गेट में स्कूटी पर जा रहा बच्चा घायल
- 26.07.22 – हस्तिनापुर के गांव गणेशपुर निवासी विकास चाइनीज मांझे की चपेट में आए
- 08.07.22 – मवाना थाने के पास बाइक सवार युवक की गर्दन कटी
- 05.06.22 – कचहरी से शताब्दी नगर स्थित आवास पर जा रहे अधिवक्ता विकास शर्मा मांझे से घायल हो गए थे
- 23.05.22 – कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के शिवलोक पुरी निवासी आयुष चाइनीज मांझे से घायल हुआ
- 12.05.22 – दीवान पब्लिक स्कूल के सिक्योरिटी सुपरवाइजर गौरव की गर्दन चाइनीज मांझे से कटी। उसकी मौत हो गई थी
- 24.03.22 – आयकर कालोनी के पास मांझे की चपेट में आकर अधिवक्ता घायल हो गए।