पुलिस की हथकड़ी तैयार है मंदिर की धन संपदा लूटने वालों के लिए पहले किस की अरेस्टिंग पुलिस करेगी तय
मेरठ। श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर सदर दुर्गाबाड़ी के कोई चुनाव नहीं हुए यह बात अब संजय जैन के अलावा मंदिर समिति के मंत्री ने भी पुलिस को बता दी है। इसका मतलब तो यही हुआ कि मंदिर समिति के कोई चुनाव ना होने की जो बात डिप्टी रजिस्ट्रार ने बताते हुए थाना सदर बाजार के सीईओ को रंजीत जैन, मृदुल जैन, सुनील जैन और अनिल बंटी आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को कहा है वो बात अब सही साबित हो गयी है। डिप्टी रजिस्ट्रार के कहने और अपनी जांच के बाद थाना सदर बाजार पुलिस ने जो कानून के हिसाब से ठीक था वो ही कार्य किया है। इस पर अब पेट पीटना क्या। सदर पुलिस पूरे मामले में कहां गलत कर रही है। बगैर चुनाव के मंदिर पर अवैध काविज होने व स्वयं भू पदाधिकारी जो लोग बने सदर पुलिस केवल उनके खिलाफ तो कार्रवाई कर रही है। जिनके खिलाफ FIR लिखी गयी है वो नाहक ही सदर पुलिस को बदनाम कर रहे हैं। सदर पुलिस इस मामले में कहीं गलत नहीं है। जो लोग थाना सदर बाजार पुलिस के बारे में अनाप-शनाप कह रहे हैं उनकी इस हरकत से यह साबित हो गया है कि वो मंदिर जी के गुनाहगार है। उन्होंने मंदिर जी की करोड़ों की धन संपदा व कई किलो सोना लूटकर अपने कारोबार में लगाया है। यही बात रंजीत जैन ने पुलिस के सामने कही है। जो लोग सदर पुलिस को गलत बता रहे हैं वो लोग सत्य उजागर करने पर रंजीत जैन को यदि गलत बताने लगे तो इसमें कोई हैरानी किसी को नहीं होनी चाहिए। रंजीत जैन के बाद मंत्री दिनेश ने भी पुलिस को दिए बयान में रंजीत जैन ने जो कुछ मृदुल जैन, सुनील जैन और अनिल जैन बंटी के वारे में कहा है एक तरह से उस मोहर लगा दी है। केवल रंजीत और दिनेश जैन ही नहीं जितने भी लोगों ने अब तक बयान दर्ज कराए हैं उन सभी ने सबसे बड़ा कसूरवार मृदुल जैन व अनिल जैन बंदी को माना है।
किसी भी वक्त अरेस्ट
जो कुछ बयान अभी तक दर्ज किए हैं उनके चलते यह कहा जा सकता है कि पुलिस किसी भी वक्त अरेस्टिंग की कार्रवाई कर सकती है। जो पहले पुलिस के हत्थे चढ़ गया पुलिस उसी को बुक कर लेगी। ऐसा नहीं है कि पुलिस अब हाथ पर हाथ धरे बैठी रहेगी। पुलिस की जांच पूरी हो चुकी है अब केवल अरेस्टिंग बाकि है। यह पुलिस तय करेगी कि किस को पहले हथकड़ी पहनानी है।
ऋषभ के 26 लाख कहां है
मेरठ। रंजीत जैन ने जो सनसनी खेज खुलासा किया है वो सदर जैन समाज की आंखे खोल देगा।। रंजीत जैन ने खुलास किया है कि राकेश जैन पुत्र पवन कुमार जैन पवन ज्वैलर्स वालों ने 26 लाख रुपए लिए थे। राकेश जैन से कई बार वो रकम मांगी जा चुकी है लेकिन उन्होंने ऋषभ एकाडेमी की वो रकम नहीं लौटायी है। क्या पुलिस को अब राकेश जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करना चाहिए। जिस रकम को राकेश जैन डकारे बैठे हैं वो बच्चों की फीस के हैं। वो रकम यदि वापस ऋषभ एकाडेमी को मिल जाए तो वहां काफी कुछ कार्य कराया जा सकता है। सदर जैन समाज को इसके लिए राकेश जैन पर प्रेशर बनाना चाहिए।