मेरठ।सरकारी आवासीय विद्यालयों में पढ़ने वालीं अपनी बच्चियों की सुरक्षा के प्रति खुद सचेत रहें। पुलिस प्रशासन या फिर शिक्षा विभाग अथवा आवासीय विद्यालय की वार्डन के भरोसे अपनी बच्चियों की सुरक्षा न छोड़े। यदि सरकारी आवासयी विद्यालयों में बच्चियों को पढ़ा रहे हैं तो उनकी सुरक्षा का जिम्मा खुद उठाएं, क्योंकि मेरठ में सरकारी अवासीय विद्यालयों में पढ़ने वाली बच्चियों की सुरक्षा सिस्टम चलाने वाले चाहे वो प्रशासन हो पुलिस और या फिर शिक्षा विभाग के अफसर। कस्तूबरा गांधी आवासीय विद्यालया से बच्चियाें के गायब घटनाएं होती हैं कार्रवाई के नाम पर उन पर लीपापोती कर दी जाती है फिर अगली घटना का इंतजार किया जाता है।

मेरठ में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में सुरक्षित नहीं बच्चियां बार-बार हो जा रही है गायब
बीते चार अप्रैल को सरूरपुर स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय से तीन बच्चियों के गायब होने का मामला अभी पूरी तरह से ठंड़ा भी नहीं हुआ था कि अब मवाना स्थित सरकारी कस्तूबा गांधी आवासीय बिद्यालय से बच्ची गायब हो गयी। इस बच्ची के गायब होने की संगीन घटना से कस्तूरगा गांधी विद्यालयों की सुरक्षा के लिए कथित रूप से किए गए इंतजामों की एक बार फिर से पोल खोलकर रख दी है। खुद को हाईटेक कहने वाले अफसर जिन आवासीय विद्यालयाें में पढ़ने वाली इन बच्चियां के सुरक्षा के माकूल इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं तो बाकि चीजों की सुरक्षा के इंतजामों की बात करना बेमाने होगा। दरअसल बुधवार को मवाना के बस्तोरा स्थित सरकारी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय से एक बच्ची अचानक गायब हो गयी। इस तरह से बच्ची के गायब होने की खबर को पहले तो आवासीय विद्यालय के स्टाफ ने दबाए रखा। खुद ही इधर उधर तलाशते रहे, लेकिन जब वक्त ज्यादा गुजर गया तो थक हारकर अफसरों को खबर दी।
बस्तोरा दौड़े अफसर
बच्ची के गायब होने की खबर मिलने के बाद तमाम अफसरों की गाड़ियां बस्तोरा की ओर दौड़ने लगीं। स्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, मवाना से कक्षा 6 की छात्रा अनुराधा, निवासी बसतोरा, गुरुवार दोपहर करीब 12:00 बजे विद्यालय की दीवार फांदकर बाहर निकल गई। छात्रा के स्कूल से इस तरह अचानक चले जाने की सूचना मिलते ही स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया। विद्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई, जिसमें अनुराधा अकेली बाहर जाती हुई दिखाई दी। जैसे ही घटना की जानकारी मिली, शिक्षा विभाग और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रा की तलाश शुरू की गई। थोड़ी ही देर बाद सूचना मिली कि अनुराधा सीधे अपने घर बसतोरा पहुंच गई है और सुरक्षित है। अधिकारियों ने परिजनों से संपर्क कर स्थिति की पुष्टि की। शुरुआती जांच के अनुसार छात्रा किसी से बिना कहे विद्यालय से निकली और घर पहुंच गई। अब यह जांच की जा रही है कि उसने यह कदम क्यों उठाया। विद्यालय प्रशासन से भी जवाब मांगा गया है कि छात्रा कैसे सुरक्षा घेरे को पार कर बाहर निकली। घटना भले ही बिना किसी अनहोनी के निपट हो गई हो, लेकिन यह स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था और बच्चों की मानसिक स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता को उजागर करती है। बता दें कि इससे पहले भी विद्यालय से छात्राओं के लापता होने के मामले सामने आए हैं।
तीन बच्चियां हो गयी थी गायब
इससे पहले भी बीते तीन/चार अप्रैल को सरधना तहसील के थाना क्षेत्र सरूरपुर के के एक सरकारी आवासीय विद्यालय की कक्षा सात में पढ़ने वाली तीन छात्राएं संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई हैं। जिलाधिकारी वी के सिंह ने बच्चियाें लापता होने के पूरे मामले की जांच मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल को सौंपी दी थी। । लंबी कवायद के बाद बच्चियों को बरामद किया जा सका था।
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