चुनावों के नाम पर हर साल चंदा जमा कराया जा रहा है, चंदा है चुनाव नहीं तो क्या धंधा
हर साल अनंत चर्तुदशी पर चंदा, मंदिर की कानूनी कमेटी भी नहीं, वोट के नाम पर नोट का मामला
मेरठ। सदर दुर्गाबाड़ी स्थित प्राचीन जैन मंदिर के चुनाव के नाम पर हर साल अनंत चर्तुदशी से एक दिन पहले चुनाव के नाम पर चंदा तो लिया जाता है, लेकिन चुनाव नहीं कराए जाते। हैरानी तो इस बात की भी है कि मंदिर की ऐसी कोई कानूनी कमेटी भी नहीं जिसको डिप्टी रजिस्ट्रार ने मान्यता दी हो और वहां चुनाव भी वैधानिक तरीके से कराए जा रहे हों, उसके बाद भी चुनावों के नाम पर हर साल चंदा जमा कराया जा रहा है। इसके अलावा वोट के नाम पर नोट लिए जाने का यह पूरा मामला है। ऋषभ एकाडेमी के सचिव डा. संजय जैन ने बताया कि मंदिर जी में किए जा रहे इस गवन के लिए ही वह सदर जैन समाज के लगातार आग्रह के इस घपले घोटाले के कसूरवारों को सजा दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। मंदिर जी में हुए घपले को करने वालों को सजा दिलाने व मंदिर का सोना व करोड़ों की नकदी मंदिर जी में वापस लाने के प्रयास की वजह से ही ये लोग उन्हें और उनके परिवार को मारने की धमकी तक दे रहे हैं। डा. संजय जैन ने यह भी बताया कि वह इन धमकियों से डरेंगे नहीं उन्हें योगी जी की पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों पर पूरा विश्वास है। लेकिन चंदा लेकर चुनाव ना कराने वालों को वह सदर जैन समाज के सामने बेनकाब करने का काम लगातार जारी रखेंगे।
झूठी पायी गयी शरद की शिकायत
डा. संजय जैन ने बताया कि जिन्होंने मंदिर जी की धन संपदा को खुर्दबुर्द किया वो उनके खिलाफ तमाम साजिश कर रहे हैं। एसएसपी के यहां उनको लेकर शिकायत की गई। यह शिकायत रंजीत जैन, मृदल जैन, अनिल जैन बंटी के साथी शरद जैन ने की थी, लेकिन जांच में वो शिकायतें झूठी पायी गयीं। डा. संजय जैन ने कहा कि इस प्रकार की साजिशों से वह पीछे नहीं हटेंगे जो भी सोना व करोड़ों की धन संपदा है उसको सदर दुर्गाबाड़ी स्थित प्राचीन जैन मंदिर जी तक पहुंचाकर ही रहेंगे।