सांसद अरुण गोविल का कमिश्नर को पत्र, देश के लिए योगदान का किया उल्लेख, प्रतिमा, पुस्तक संग्रहालय और अटल वन का प्रस्ताव
नई दिल्ली। मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद अरुण गोविल ने भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर मेरठ में उनकी स्मृति को स्थायी रूप देने हेतु एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस संबंध में उन्होंने मेरठ मंडल के आयुक्त को पत्र लिखकर मेरठ महानगर में अटल से जुड़ी तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं की स्थापना का प्रस्ताव रखा है।
प्रखर राजनेता व शिल्पी
अपने पत्र में सांसद अरुण गोविल ने कहा कि अटल जी केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि आधुनिक भारत के शिल्पी, प्रखर वक्ता और दूरदर्शी राष्ट्रनायक थे, जिन्होंने भारत को 21वीं सदी में वैश्विक पटल पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। पोखरण-II के माध्यम से भारत की परमाणु शक्ति का प्रदर्शन, कारगिल युद्ध के दौरान सशक्त नेतृत्व, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और स्वर्णिम चतुर्भुज जैसी ऐतिहासिक आधारभूत संरचनाओं के निर्माण में उनका योगदान अविस्मरणीय है। सांसद गोविल ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि सुशासन को भारतीय राजनीति के केंद्र में लाने का श्रेय भी अटल जी को जाता है। ऐसे महान व्यक्तित्व की स्मृतियों को संजोना और आने वाली पीढ़ियों तक उनके विचारों को पहुंचाना समय की आवश्यकता है।
ये दिए सुझाव
पत्र के माध्यम से सांसद सुझाव दिया है कि विशालकाय अटल प्रतिमा – महानगर के किसी प्रमुख सार्वजनिक स्थल पर श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की भव्य प्रतिमा की स्थापना। अटल पुस्तक संग्रहालय – अटल जी के साहित्यिक जीवन, कविताओं और राजनीतिक यात्रा पर आधारित आधुनिक डिजिटल एवं भौतिक पुस्तक संग्रहालय। अटल वन – पर्यावरण संरक्षण के प्रति अटल जी की सोच को समर्पित एक सघन शहरी वन क्षेत्र।
जमीन की तलाश का आग्रह
सांसद अरुण गोविल ने आयुक्त से अनुरोध किया है कि इन परियोजनाओं के लिए उपयुक्त भूमि का चिन्हांकन कर विस्तृत व्यवहार्यता रिपोर्ट एवं कार्य योजना तैयार कराई जाए। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल मेरठ के सौंदर्य और सांस्कृतिक गरिमा को बढ़ाएगी, बल्कि ‘विकसित भारत’ के संकल्प के प्रति एक विनम्र और स्थायी श्रद्धांजलि भी होगी।