दुनिया जंग से रहे दूर, दुनिया के लिए पोप लियो XIV यह संदेश काफी अहम, इजराइल की प्रतिक्रिया का है इंतजार
नई दिल्ली/वेटिकन सिटी। वेटिकन सिटी स्थित चर्च के नए पोप पोप लियो XIV ने पहले क्रिसमस संदेश में गाजा को लेकर चिंता का इजहार किया। पोप ने असामान्य रूप से सीधे और स्पष्ट शब्दों में फिलिस्तीनियों विशेषकर गाजा में रह रहे लोगों की दयनीय स्थिति चिंता जाहिर की। क्रिसमस के मौके पर पोप लियो XIV यह संदेश काफी अहम माना जा रहा है और कहा जा रहा है कि अब नए सिरे से गाजा को लेकर प्रयास किए जाएं ताकि वहां अमन लौट सके। पोप का संदेश न केवल धार्मिक बल्कि राजनीतिक स्तर पर भी बड़ा असर डालेगा, क्योंकि क्रिसमस के दिन दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक नेता की आवाज पूरे विश्व में गूंजती है। सेंट पीटर्स बेसिलिका में क्रिसमस मास के दौरान कहा कि यीशु का जन्म एक अस्तबल में होना यह दर्शाता है कि ईश्वर ने दुनिया के लोगों के बीच अपनी “नाजुक तंबू” गाड़ी है।
जंग नहीं अमन का संदेश
उन्होंने जोर देकर कहा कि गाजा में फिलिस्तीनियों की स्थिति बेहद चिंताजनक है और यह मानवता के लिए एक बड़ा संकट है। पोप ने यूक्रेन, थाईलैंड-कंबोडिया, म्यांमार और सूडान जैसे अन्य संघर्ष क्षेत्रों में भी युद्ध समाप्त करने की अपील की। यह संदेश इसलिए ऐतिहासिक और बड़ा है क्योंकि पोप लियो अपने पूर्ववर्ती पोप फ्रांसिस की तुलना में अधिक शांत और कूटनीतिक शैली के लिए जाने जाते हैं, और आमतौर पर धार्मिक सेवाओं में राजनीतिक मुद्दों से दूर रहते हैं, लेकिन उन्होंने मध्य पूर्व संघर्ष पर नई बहस छेड़ दी है।
इजराइल की प्रतिक्रिया का इंतजार
पोप लियो XIV के क्रिसमस संदेश के बाद अब दुनिया को नेतन्याहू सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार है, वहीं दूसरी ओर पोप लियो XIV के संदेश का गाजा में पुरजोर तरीके से स्वागत हुआ है। फिलिस्तीनी अधिकारियों ने पोप की अपील का स्वागत किया। युक्त राष्ट्र ने इसे “मानवीय संकट पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने वाला कदम” बताया है। पूरी दुनिया ने पोप के संदेश का स्वागत करते हुए इसको अमन की दिशा में बड़ा कदम भी बताया है। विश्व के देशाें का कहना है कि जो लोग युद्ध की विभिषिका समाप्त करने के लिए प्रयास में हैं उन्हें पोप के संदेश से मजबूती मिली है।