रैन बसेरा है बिस्तर और रजाई नहीं

kabir Sharma
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संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत, निगम कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध, भाजपा नेता ने की मंडलायुक्त व जिलाधिकारी से शिकायत

मेरठ। नगर निगम के वार्ड 9 कांसपमुर कंकरखेड़ा इलाके के तमाम गरीब और बेसहारा लोगों के लिए निगम के अफसर एक रैन बसेरे का इंतजाम नहीं करा पा रहे हैं जहां इस जानलेवा सर्दी में वो रात गुजार सकें। कहने को यहां रैन बसेरा हे लेकिन उसमें ना तो सलीके के बिस्तर हैं ना ही रजाई का माकूल इंतजाम किया गया है। और यदि टॉयलेट की बात करें तो उसको यूज करना तो दूर की बात। यदि कोई टॉयलेट मे जाकर झांक भी ले तो उसको उल्टियां लग जाएं। रैन बसेरा बदहाल होने की वजह से गरीब और बेसहारा लोग परेशान हैं। ये लोग खुले आसमान के बीच सर्द रातें काटने को मजबूर हैं। इनकी मुसीबत कैंट अफसरों को भले ही नजर ना आए, लेकिन वार्ड 23 के भाजपा नेता शैलेन्द्र वाल्मीकि अब ऐसे लोगाें की मदद के लिए आगे आए हैं जिनके लिए कासमपुर का रैन बसेरा ही एक मात्र सहारा है।

मंडलायुक्त व डीएम को बताए हलात

भाजपा नेता शैलेन्द्र वाल्मीकि ने संपूर्ण समाधान दिवस के मौके पर कासमपुर के रैन बसेरे की समस्या को मंडलायुक्त व जिलाधिकारी के समक्ष रखा। संपूर्ण समाधान के मौके पर मौजूद अफसरों को दिए पत्र में उन्होंने जानकारी दी है कि कासमपुर के रैन बसेरे में ना तो बिस्तर सही हैं ना ही वहां रजाइयों का सही इंतजाम हैं। सबसे बुरी दशा टॉयलेट की है। इसकी अरसे से सफाई नहीं की जा सकी है। जिन कर्मचारियों की डयूटी निगम अफसरों ने इस रैनबसेरे के लिए लगायी शैलेन्द्र वाल्मीकि का आरोप है कि उन कर्मचारियों की गतिवियां संदिग्ध है और उसकी जांच भी करायी जानी चाहिए। उन्होंने मंडलायुक्त व जिलाधिकारी से मांग की है कि इसको लेकर नगरायुक्त को उचित निर्देश दिए जाएं ताकि गरीब लोगों का एक मात्र सहारा रैनबसेरे की दशा में सुधार हो सके।

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