1996 बैच के आईपीएस भानु भास्कर मूल रूप से बलिया के रहने वाले हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से स्नातक, परास्नातक और एमफिल की पढ़ाई की है। वह लखनऊ, मथुरा, रामपुर, औरैया, बरेली और वाराणसी में एसएसपी व आगरा और फैजाबाद रेंज में डीआईजी रहे तथा ज्वाइंट डायरेक्टर सीबीआई के पद पर भी रह चुके हैं
लखनऊ। प्रदेश की कानून व्यवस्था को और भी सुदृढ बनाने के लिए सूबे के पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल किया गया है। भानु भास्कर के तजुर्बे का मिलेगा फायदा मेरठ जोन की जिम्मेदारी बेहद काबिल और तेजतर्रार आईपीएस अफसर भानु भास्कर को दी गयी है। इससे पहले वह प्रयागराज में इसी पद पर थे। कुंभ के सफल आयोजन में उनके बड़े योगदान को देखते हुए उन्हें मेरठ जाेन भेजा गया है। अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर मंगलवार को एडीजी जोन मेरठ का कार्यभार ग्रहण करेंगे। प्रयागराज में सवा दो साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद उनका स्थानांतरण मेरठ जोन में हुआ है। एडीजी डीके ठाकुर का कार्यकाल मेरठ में 15 महीने का रहा। अब वह एसएसएफ लखनऊ की जिम्मेदारी संभालेंगे।
बलिया के रहने वाले हैं आईपीएस भानु भास्कर बेहद
1996 बैच के आईपीएस भानु भास्कर मूल रूप से बलिया के रहने वाले हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से स्नातक, परास्नातक और एमफिल की पढ़ाई की है। वह लखनऊ, मथुरा, रामपुर, औरैया, बरेली और वाराणसी में बतौर एसएसपी रह चुके हैं। आगरा और फैजाबाद रेंज में डीआईजी रहे। भानु भास्कर ज्वाइंट डायरेक्टर सीबीआई के पद पर भी रह चुके हैं। भानु भास्कर ज्वाइंट डायरेक्टर सीबीआई के पद पर भी रह चुके हैं। कई वर्षों तक सीबीआई में तैनात रहे। उसके बाद कानपुर में बतौर एडीजी की तैनाती मिली। वहां से दिसंबर 2022 में प्रयागराज के एडीजी बने। भानु भास्कर ने फोन पर बताया कि अपराधियों पर नकेल कसना प्राथमिकता होगी। वह मंगलवार को मेरठ पहुंचेंगे और कार्यभार ग्रहण करेंगे।
हमेश जहन में ताजा रहेगा आपका मुस्कुराकर मिलना

एक जनवरी 2024 को मेरठ जोन में पारी की शुरूआत करने वाले डीके ठाकुर की काबलियत पर बात करना सूरज को रौशनी दिखाने सरीखा है। लखनऊ पोस्टिंग के आदेश आने के बाद सुबह से ही उनसे मिलने वालों का तांता लगा रहा। लोग इतनी बड़ी संख्या में उनसे मिलने पहुंच रहे थे कि डीके ठाकुर के लिए भी थोड़ा असुविधाजनक लग रहा था, हालांकि मिलनसार प्रवृति के आईपीएस अफसर ने किसी को निराश नहीं किया। ज्यादातर उनके साथ फोटो खिंचाना चाहते थे। वो बेहद शालीनता से मुस्कुराते हुए सभी से मिल रहे थे। उनकी यह मुस्कान हमेशा जहन में ताजा रहेगी। लोगों का कहना है कि सभी से मुस्कुराकर मिलना उन्हें गॉड गिफ्ट है।