कमिश्नरी चौराहे पर घंटों रहा बवाल

कमिश्नरी चौराहे पर घंटों रहा बवाल
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कमिश्नरी चौराहे पर घंटों रहा बवाल,

-प्रजापति समाज के नेता व सीओ आपस में उलझे

-गाजीपुर कूच रोकने को लेकर खूब चल हंगामा, बाद में पुलिस हटी पीछे

मेरठ। प्रजापति समाज की संकल्प यात्र को गाजीपुर जाने से रोकने पर आज कमिश्नरी चौराहे पर घंटों बवाल होता रहा। कई बार आसार पुलिस व गाजीपुर कूच का एलान करने वालों के बीच टकराव सरीखे नजर आए, हालांकि जब-जब बात हाथ से निकलती दिखाई दी तब तब मौेके पर मौजूद सीओ सिविल लाइन व सीओ सदर बैकफुट पर नजर आए। यहां हुए बवाल की वजह से घंटों जाम लगा रहा। लोग परेशान रहे। केवल कमिश्नरी चौराहा नहीं बल्कि यहां हुए बवाल व जाम का साइड इफैक्ट आसपास के इलाकों के ट्रैफिक पर भी नजर आया।

यह था पूरा मामला

प्रजापति समाज के दारा सिंह प्रजापति ने संकल्प यात्रा का एलान किया था। संकल्प यात्रा हरिद्वार से शुरू होकर वाया रूडकी व मुजफ्फरनगर होते हुए मंगलवार की रात को मेरठ पहुंची थी। समाज के नेताओं ने बताया कि प्रशासन की अनुमति लेकर कमिश्नरी के चौधरी चरण सिंह पार्क में संकल्प यात्रा में शामिल लोगों को ठहराने का इंतजाम कर लिया गया था। आज सुबह से ही गाजीपुर कूच की तैयारी थी। गाजीपुर से एक प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रपति भवन तक ज्ञापन देने के भेजना तय किया गया था।

भारी संख्या में जुटे लोग

संकल्प यात्रा के मददे नजर आज भारी संख्या में प्रजापति समाज के लोग सुबह से ही कमिश्नरी पर जुटने शुरू हाे गए थे। दर्जनों वाहन जिनमें लग्जरी गाडियों के अलावा ट्रैक्टर व अन्य वाहन भी शामिल थे। इसके चलते प्रशासन की ओर से भी भारी पुलिस फोर्स कमिश्नरी चौराहे पर लगायी गई थी। सदर व सिविल लाइन सर्किल के सीओ वहां तैनात किए गए थे। भारी संख्या में महिला पुलिस कर्मी भी लगायी गयी थीं। जो कुछ वहां दिखाई दे रहा था उसके चलतेमाना जा रहा है कि संकल्प यात्रा के गाजीपुर कूच काे संभवत रोकने का प्लान था। दरअसल कुछ हुआ भी ऐसा ही था। करीब 12 बजे गाड़ियों का काफिला जैसे ही कमिश्नरी के आगे से बढना शुरू हुआ सीओ सिविल लाइन व सीओ सदर भारी पुलिस फोर्स को साथ लेकर उसके आगे जा डटे। तय किया गया कि अभी आगे नहीं जाने दिया जाएगा।

एक दूसरे से उलझे

यहां पर सीओ व प्रजापति समाज के जिन नेताओं के कंधों पर गाजीपुर कूच का जिम्मा था वो आगे बढ़ने के सवाल पर एक दूसरे से उलझे गए। सीओ अपनी बात कह रहे थे जबकि समाज के नेता अपनी बात पर अड़े हुए थे। संकल्प यात्रा के कुछ वाहन आगे चल दिए थे। यह पता चलने पर पुलिस वालों को दौड़ा गया और घेराबंदी कर उन्हें रोक लिया गया। जो वाहन एक बड़ा वाहन जो बीच था उसको चारों ओर से पुलिस फोर्स ने मेरठ कालेज के गेट पर घेर लिया। बस यही से गहमा-गहमी शुरू हो गयी। सीओ की ओर से कहा गया कि एक बजे के बाद आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। फोर्स वहां लगा दिया गया ताकि कोई वाहन आगे ना बढे़े। एक बजे की बात पर प्रजापति समाज के नेता भी राजी हो गए, लेकिन एक बजने के बाद जब पुलिस अफसरों का रवैया उन्होंने देखा तो सब्र जवाब देने लगा। वहां हंगामा और भडकाऊ बातें माइक से कही जाने लगी। सरकार को लेकर भी तमाम बातें कहीं गयी। करीब सवा बजे माइक से एलान कर दिया कि यदि प्रशासन की ओर से उनका ज्ञापन नहीं लिया गया तो वो आगे बढ जाएंगे। इसके बाद वहां टकराव के आसार नजर आने लगे। मौके पर मौजूद सीओ सदर समझाने काा प्रयास करते रहे, लेकिन बात बनती नजर नहीं आ रही थी। इस बीच दारा सिंह प्रजापति वहां पहुंच गए। उन्होंने जब चेतावनी दे डाली की आगे बढने से रोका तो जो भी होगा उसके लिए रोकने वाले अफसर जिम्मेदार होंगे। तब ऐसा लगाने लगा था कि शायद टकराव हो जाए, लेकिन कुछ देर बाद वहां एडीएम सिटी बृजेश कुमार पहुंचे। उन्होने ज्ञापन लिया। उसके बाद गाजीपुर कूच शुरू हुआ। हालांकि इस दौरान साथ में भारी फोर्स चलता रहा।

पूरा शहर जाम की चपेट में

गाजीपुर कूच के नाम पर किया गया शक्ति प्रदर्शन शहर के यातायात पर भारी पड़ा। सिविल लाइन का पूरा इलाका तो पहले से ही जाम था। उसके बाद जब यात्रा वेस्ट एंड रोड की ओर बढी तो कचहरी वाले चौराहे पर जाम लगा गया। वहां लगे जाने का साइफ कोतवाली, सदर, देहलीगेट आदि तमाम क्षेत्रो में देखने को मिला। इसका असर कई घंटे तक बना रहा।

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