विदेशी निवेशकों की बढ़ सकती है बिकवाली, बीते सप्ताह फाइनेंशियल और कंज्यूमर स्टॉक्स में गिरावट, चालू माह में पॉजिटिव क्लोज कर सकता है
नई दिल्ली। सोमवार से शुरू होने वाले सप्ताह में शेयर बाजार में रेंज बाउंड के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि जिन शेयरों में निवेश की बात सोच रहे हैं उसको लेकर यदि विशेषज्ञों की सलाह ले ली जाए तो बेहतर है। (Nifty, Sensex) का हाल वैश्विक संकेतों, हालिया ट्रेंड्स और विशेषज्ञ विश्लेषणों के आधार पर बाजार में मिला जुला असर देखने को मिलेगा। अक्टूबर में बाजार ने 5% की तेजी दिखाई थी, लेकिन नवंबर की शुरुआत में साइडवेज मूवमेंट (रेंज-बाउंड) देखा जा सकता है, खासकर FII (विदेशी निवेशकों) की बिकवाली और कमजोर कमाई के बीच। बाजार में “रेंज-बाउंड” की आशंका का मतलब है कि बाजार एक संकीर्ण दायरे में चल रहा है, जिसमें कीमतें ऊपर या नीचे की ओर मजबूत रुझान नहीं दिखा रही हैं। यह तब होता है जब एक शेयर या सूचकांक एक निश्चित ऊपरी प्रतिरोध स्तर और निचले समर्थन स्तर के बीच फंसा रहता है, जो खरीदारों और विक्रेताओं के बीच अनिश्चितता को दर्शाता है। इस स्थिति से गलत ब्रेकआउट का खतरा और सीमित लाभ की क्षमता जैसी आशंकाएं जुड़ी होती हैं।
जोखिम से बचने की है जरूरत
सोमवार से शुरू होने जो रहे सप्ताह में विशेषज्ञों ने निवेशकों को जोखिम से बचने की सलाह दी है। उनका कहना है कि इमोनशन को कंट्रोल में रखें, कारोबार में कभी इमोशन या दिल से काम ना लें, केवल दिमाग दौड़ाएं, साथ ही मार्केट की उठापटक का लगातार विश्लेषण करते रहें, इससे नुकसान से बचे रहेंगे। जो हालात मार्केट के हैं उसमें किसी भी सौदे में जोखिम मोल लेना सही नहीं रहेगा।
मुख्य संकेत और ट्रेंड्स
- हालिया प्रदर्शन: शुक्रवार (31 अक्टूबर) को Sensex लगभग 84,400 पर बंद हुआ, जो पॉजिटिव ट्रेंड में था। Nifty 25,795 के आसपास रहा, लेकिन फाइनेंशियल और कंज्यूमर स्टॉक्स में गिरावट आई। सप्ताहांत में ग्लोबल मार्केट्स मिश्रित रहे – US Dow Jones में हल्की तेजी, लेकिन यूरोपीय बाजारों (DAX, CAC) में गिरावट।
- नवंबर का सीजनल ट्रेंड: पिछले 10 सालों में Nifty का नवंबर 50-50 रहा है, लेकिन DII (घरेलू निवेशक) ने 70% मामलों में खरीदारी की। इस बार भी DII सपोर्ट से बाजार स्थिर रह सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, नवंबर में Nifty पॉजिटिव क्लोज कर सकता है।
सोमवार के लिए स्पेसिफिक अनुमान
- Nifty 50:
- अपेक्षित ओपनिंग: 25,800-26,000 के बीच (सपोर्ट 25,700-25,750 पर मजबूत)।
- रेंज: 25,700 (सपोर्ट) से 26,100 (रेसिस्टेंस) तक। अगर 25,850 के ऊपर टिका, तो हल्की तेजी; नीचे फिसला तो 25,500 तक टेस्ट हो सकता है।
- अनुमानित क्लोज: 26,000+ (0.5-1% गेन संभव), लेकिन वोलेटाइल सेशन।
- Sensex:
- अपेक्षित क्लोज: 84,500-85,000 के आसपास। सपोर्ट 84,200 पर, रेसिस्टेंस 85,000।
- ट्रेंड: पॉजिटिव, लेकिन प्रॉफिट बुकिंग से सतर्क रहें।
- Bank Nifty: 59,000-60,000 रेंज में ट्रेड, PSU बैंक मजबूत (FDI कैप बढ़ने की खबरों से)।
| इंडेक्स | अपेक्षित ओपनिंग | सपोर्ट लेवल | रेसिस्टेंस लेवल | संभावित चेंज |
|---|---|---|---|---|
| Nifty 50 | 25,850-25,950 | 25,700 / 25,500 | 26,100 / 26,300 | +0.3% से +1% |
| Sensex | 84,400-84,600 | 84,200 / 83,900 | 85,000 / 85,300 | +0.4% से +0.8% |
| Bank Nifty | 59,000-59,300 | 58,500 / 58,000 | 59,800 / 60,200 | +0.5% से +1.2% |
प्रभावित करने वाले फैक्टर्स
- सकारात्मक:
- घरेलू निवेशकों (DII) की मजबूत खरीदारी (2024 में Rs 1.7 लाख करोड़ निवेश)।
- PSU बैंक और मेटल सेक्टर में तेजी (US-चीन ट्रेड डील की उम्मीद से)।
- GDP ग्रोथ 6.4% का अनुमान (FY25 के लिए), जो मार्च 2026 तक रिकवरी दिखा सकता है।
- IPO रश: Groww, Lenskart जैसे बड़े IPO से लिक्विडिटी बढ़ेगी।
- नकारात्मक/जोखिम:
- FII आउटफ्लो (2024 में सिर्फ Rs 427 करोड़ नेट खरीदारी; 2025 में डॉलर मजबूत होने से दबाव)।
- कमजोर Q2 कमाई (Nifty EPS ग्रोथ 5% पर सिमट गई) और महंगाई।
- ग्लोबल अनिश्चितता: Fed के कम रेट कट (2025 में सिर्फ 2), जियोपॉलिटिकल टेंशन (Iran-Israel, Russia-Ukraine)।
- अगर Nifty 25,200 के नीचे बंद हुआ, तो डेथ क्रॉसओवर (21-DMA < 200-DMA) से और गिरावट।
निवेश सलाह
- शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स: 25,700 के ऊपर खरीदें, स्टॉप-लॉस 25,500 पर। PSU बैंक (SBI, PNB) और मेटल (Tata Steel) पर फोकस।
- लॉन्ग टर्म इनवेस्टर्स: डिप में खरीदें (वैल्यूएशन अब रीजनेबल, PE 21x)। सेक्टर: बैंकिंग, कंज्यूमर गुड्स, डिफेंस (BEML स्टॉक स्प्लिट 3 नवंबर को)।
- जोखिम प्रबंधन: जर्नलिंग करें – हर ट्रेड का रिकॉर्ड रखें, इमोशंस कंट्रोल करें। फियर/ग्रीड से बचें।
2025 में Nifty 26,000-28,000 तक जा सकता है, लेकिन जनवरी-मार्च तक रेंज-बाउंड रहने की संभावना। बाजार की भविष्यवाणी अनिश्चित है, इसलिए अपडेटेड न्यूज फॉलो करें। कोई निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।