

नई दिल्ली। काेरोना रिटर्न पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। लोगों से कहा गया है कि वैसे डरने की बात नहीं है, लेकिन सावधानी बरते तो बेहतर है। हालांकि बाजारों में भीड़ साबित कर रही है कि दिल्ली के लोग अभी कोरोना रिटनर्स से या तो बेखरबा हैं या फिर सोच रहे हैं कि कुछ नहीं होगा, लेकिन डाक्टर ऐसा नहीं सोच रहे हैं उनका कहना है कि बीमारी को हल्के में लेना महंगा पड़ सकता है। डरें नहीं लेकिन सावधानी जरूर बरती जानी चाहिए। देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते देखे जा रहे है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश के नोएडा, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड, कर्नाटक के बेंगलुरू, गुजरात और मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकारों की चिंता बढ़ा दी है। देश में जिस तरह से कोविड-19 के ओमिक्रॉन JN.1 वैरिएंट ने रफ्तार पकड़ी है, उसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। यह भी कहा जा रहा है कि इस बार भी चीन से ही कोरोना निकला है, यह बात अलग है कि इस बार इसका नाम कोविड-19 के ओमिक्रॉन JN.1 वैरिएंट गया है।
चिकित्सा स्टाफ बरता रहा सावधानी
एम्स समेत दिल्ली के सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में चिकित्सा कार्य से जुड़ा स्टाफ पूरी सावधानी बरत रहा है। सोमवार को डाक्टर, नर्स व पैरा मेडिकल स्टाफ मुंह पर मास्क में नजर आए। साथ ही लोगों से भी अपील की गयी है कि डरें नहीं लेकिन मास्क जरूर लगाएं। वहीं दूसरी ओर जो लोग पूर्व में कोरोना से प्रभावित हो चुके हैं उनमें घबराहट देखी जा रही है। दरअसल इसके पीछे मुख्य वजह कोरोना के केसों में एकाएक इजाफा होने से माना जा रहा है।
दिल्ली एनसीआर के मेरठ स्थित LLRM के प्रिसिपल डा. आरसी गुप्ता का कहना है कि लोग डरें नहीं पैनिक नहीं फैलाए, लेकिन जरूरी है कि एहितयात बरता जाए। देश में कोरोना से निपटने की पर्याप्त तैयारियां हैं। सावधानी का बरता जाना सबसे बेहतर होता है।
Final Stretch of Delhi-Gzb-Meerut