जीएसटी के फर्जी पेपर लगाकर लिए थे पीवीवीएनएल के करोड़ों रुपए की ठेके
मेरठ। जीएसटी के फर्जी पेपर लगाकर जिस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गयी थी, पीवीवीएनएल अफसर अब उसी को बचाने में पूरी पावर लगाए हुए हैं। वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर महकमे के कुछ उच्च पदस्थ अफसर शिकायत कर्ता को ऑफिस में बुलाकर समझौते का प्रेशर डाल रहे हैं, हालांकि अभी तक शिकायत करने वाले ने समझौता नहीं किया है। यह पूरा मामला मैसर्स भूमि एंटरप्राइजेज से जुड़ा हुआ है। मैसर्स भूमि एंटरप्राइजेज पर आरोप है कि पीवीवीएनएल से निकलने वाले करोड़ों के ठेके जीएसटी के फर्जी पेपरों से ले लिए। इस मामले में कई स्तर पर जांच की गईं। सबसे महत्वपूर्ण जांच जीएसटी अफसरों की थी जिसमें उक्त कंपनी के खिलाफ पीवीवीएनएल से कार्रवाई की संस्तुति की गयी थी। जीएसटी की जांच रिपोर्ट के बाद माना जा रहा था कि उक्त कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन कार्रवाई तो दूर की बात अब पूरा महकमा इस कंपनी को बचाने में जुट गया है। शिकायत वापस लिए जाने तक का दवाब डाला जा रहा है। इस बात को शिकायत करने वाले नरेश शर्मा ने भी स्वीकार किया।
यह है पूरा मामला
भूमि इंटरप्राइजेज (प्रोपराइटर निखिल त्यागी ) नाम की फर्म द्वारा फर्जी जीएसटी टर्नओवर दिखाकर टेंडर प्राप्त करने की शिकायत प्रबंध निदेशक से कि गई थी जिसमें उक्त फर्म को दोषी पाया गया था और जांच अधिकारी ने फर्म के खिलाफ विभागिय कारवाई की संस्तुति भी की थी लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक फर्म के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की गई है जबकी जीएसटी आयुक्त ने भी विद्युत विभाग को पत्र लिखकर फर्म टर्नओवर दर्राशाने की पुष्टि की यह पर अब पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश की जा रही है, शिकायतकर्ता का आरोप है कि पूरे मामले में विभागीय अधिकारी सेटिंग कर मामले को रफा दफा करने का दबाव बना रहे हैं।