संस्कार भारती का नव संवत्सर अभिनंदन

संस्कार भारती का नव संवत्सर अभिनंदन
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संस्कार भारती का नव संवत्सर अभिनंदन, संस्कार भारती मेरठ महानगर द्वारा नवसम्वत्सर २०८१ के शुभावसर पर इस्माइल महिला महाविद्यालय के सभागार में नवसंवत्सर अभिनंदन समारोह में सभी अतिथियों के चंदन तिलक कर चंदन वंदन कार्यक्रम एवं कवि सम्मेलन का आयोजन संस्कार भारती मेरठ प्रान्त के अध्यक्ष वरिष्ठ कवि डा० वागीश दिनकर की अध्यक्षता में किया गया । मुख्य वक्ता हनुमंत कथावाचक अरविंद ओझा ने अपने सम्बोधन में कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नववर्ष अभिनन्दन भारतीय काल गणनानुसार वर्ष का प्रथम दिवस वर्ष भर की गतिविधियों का सिंहावलोकन आगामी योजनयो संकल्प को एवं लक्ष्य निर्धारित करने का दिवस नूतन वर्ष अभिनंदन के कार्यक्रमों द्वारा भारतीय संवत्सर के अस्तित्व को विस्मरण से बचाने का प्रयास । सृष्टि के सृजन भारतीय गौरव दिवस  है। मुख्य अतिथि अरुण कुमार गुप्ता(सचिव आई एन पीजी कॉलेज) ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारतीय नववर्ष पर हम सभी संकल्प लें कि भारतीय संस्कृति भारत के गौरव को अक्षुण्ण रखते के लिए सतत प्रयत्नशील रहेंगे। इस अवसर पर आधुनिक राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक श्री अद्वैत गणनायक जी प्रसिद्ध मूर्तिकार, कोलकाता के प्रसिद्ध व्यवसायी श्री एसके द्विवेदी जी एवं ललित कला अकादमी नई दिल्ली के अंकित शर्मा की गरिमामय उपस्थित रहीं।
द्वितीय चरण में कवि सम्मेलन में

कवियत्री कोमल रस्तोगी ने यूं कहा
शक्ति स्वरूपा स्वयं प्रभा मैं
ना थी मेरा नाम है
मेरी गौरवगाथा अद्भुत
अविरल और अभिराम हे ।
वरिष्ठ कवि डा०वागीश दिनकर ने यूं कहा
प्रलोभन थे मगर मन के नियम संयम नहीं डूबे।
उमड़ती आस्था के दीप सुन्दरतम नहीं डूबे ।
पं०ईश्वर चन्द्र गम्भीर , डॉ सुधाकर आशावादी,शायर फखरी,
हास्य कवि योगेश समदर्शी ने भारतीय संस्कृति संदेश वाहक अपनी सुन्दर रचनाओं से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का संचालन अर्चना जौहरी व डॉ दिशा दिनेश ने किया कार्यक्रम को सफल बन ने में वीरेन्द्र शर्मा ,कमल, अर्जुन, जितेन्द्र शर्मा,राहुल, राकेश,व अन्य का रहा । डा०दिशा दिनेश ने धन्यवाद ज्ञापित किया।  यह भव्य आयोजन  डा०दिशा दिनेश महामंत्री संस्कार भारती मेरठ महानगर के सहयोग व मेहनत से ही संपन्न हो सका।

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